प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक पर CM शिवराज का कांग्रेस पर हमला , बोले- ये राष्ट्र की सुरक्षा के साथ खिलवाड़

पंजाब (Punjab) के फिरोजपुर (Firozpur) ज़िले में हुसैनीवाला के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के काफिले में सुरक्षा में हुई चूक (Lapse in Security) को लेकर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) की प्रतिक्रिया सामने आई है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश की करोड़ों जनता और भगवान को धन्यवाद कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जीवन सुरक्षित है, वरना कांग्रेस और गांधी परिवार ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी, ये इस देश में पहले कभी नहीं हुआ. प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जवाबदारी राज्य सरकार की थी.

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि ये प्रधानमंत्री की जिंदगी से खिलवाड़ नहीं, ये राष्ट्र की सुरक्षा से खिलवाड़ है. क्या कांग्रेस की सरकार नफरत से इतनी भर गई है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा से खेल जाए. ये आपराधिक षड्यंत्र है और देश की जनता इसके लिए कभी कांग्रेस का माफ नहीं करेगी.

इसलिए लिया गया सड़क मार्ग से जाने का फैसला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है. मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि आज सुबह पीएम मोदी बठिंडा पहुंचे, जहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था. लेकिन बारिश और खराब विजिबिलिटी के चलते पीएम ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया. इसने बताया कि जब मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो यह तय किया गया कि वह सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा करेंगे, जिसमें 2 घंटे से अधिक समय लगना था.

15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर रूका काफिला

गृह मंत्रालय ने कहा, डीजीपी पंजाब पुलिस द्वारा आवश्यक सुरक्षा प्रबंधों की आवश्यक पुष्टि की गई. इसके बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से यात्रा करने के लिए आगे बढ़े. हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर दूर, जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को ब्लॉक किया हुआ था. इसने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहना पड़ा. यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी.

नहीं की गई सुरक्षा व्यवस्था

बयान के अनुसार गृह मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा की योजना के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही बता दिया गया था. प्रक्रिया के अनुसार उन्हें रसद, सुरक्षा के साथ-साथ आकस्मिक योजना तैयार रखने के लिए आवश्यक व्यवस्था करनी थी. इसने कहा कि साथ ही आकस्मिक योजना के मद्देनजर पंजाब सरकार को सड़क मार्ग से किसी भी मूवमेंट को सुरक्षित करने और बंद करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था करनी थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि किसी भी तरह की तैनाती नहीं की गई थी.