0 ठण्ड से बीमार लोगों के ईलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग को सभी तैयारियां करने को भी कहा
कोरबा 29 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। पूरे प्रदेश सहित कोरबा जिले में भी पिछले दिन हुई बेमौसम बारिश के कारण फसलों और घरों को हुए नुकसान का तत्काल आंकलन करने के निर्देश आज कलेक्टर श्रीमती साहू ने सभी राजस्व अधिकारियों को दिए। उन्होंने असामयिक बारिश के कारण धान खरीदी केन्द्रों में रखे धान को भीगने से बचाने के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि संग्रहण केन्द्रों में धान को बारिश में भीगने से बचाने के लिए कैप कव्हर या तिरपाल से ढंककर रखा जाए और केन्द्रों में पानी निकासी की व्यवस्था की जाए। कलेक्टर ने बढ़ती ठण्ड को देखते हुए लोगों के बीमार होने की संभावना भी जताई और जिला अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां रखने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए। श्रीमती साहू ने बढ़ती ठण्ड को ध्यान में रखते हुए कोरोना संक्रमण के बढ़ने की भी आशंका जताई और सर्दी, खांसी होने पर लोगों का कोविड टेस्ट करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए।
बेमौसम बारिश से अलसी ,राई, सरसों की फसल में नुकसान की जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर जारी – कल से जारी बैमौसम बारिश से कोरबा जिले में रबी मौसम में लगी अलसी राई और सरसों की फसलों में नुकसान की जानकारी बीमा कंपनी को देने के लिए टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कोरबा जिले में इन तीनों फसलों को रबी 2021 के लिए अधिसूचित किया है। इन फसलों में बेमौसम बारिश से हुए नुकसान की जानकारी एग्रिकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड के टोल फ्री नंबरों 1800-4190-344, 1800-116-515 और 1800-209-5959 पर दी जा सकती है।
आसामयिक वर्षा से इन फसलों में हुए नुकसान की जानकारी कृषि विभाग के मैदानी अधिकारियों को भी दी जा सकती है। कृषि विभाग ने असामयिक बारिश को देखते हुए किसानों के लिए समसामयिक सलाह भी जारी की है। कृषि विभाग ने खेतों में पानी जमा नहीं होने देने और पानी निकासी की उचित व्यवस्था रखने की सलाह किसानों को दी है। कृषि विभाग द्वारा खलिहान में रखी खरही को पॉलिथिन से ढंककर रखने और दलहन-तिलहन तथा सब्जी की फसलों में माहो कीट की निगरानी करने की भी सलाह किसानों को दी है। कृषि विशेषज्ञों ने फसलों में माहो कीट का प्रकोप दिखने पर नियम आधारित कीट नाशकों का छिड़काव करने की सलाह किसानों को दी है।
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