महाराष्ट्र 29 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। महाराष्ट्र में कोरोना ने विस्फोटक रूप ले लिया है. एक दिन में 2172 नए कोरोना के केस सामने आए हैं. 75 दिनों बाद एक साथ इतने ज्यादा मरीज सामने आए हैं. मुंबई में तो कोरोना ने रिकॉर्ड ही तोड़ दिया है. यहां एक दिन में 1377 केस सामने आए हैं. 216 दिनों बाद एक दिन में मुंबई में इतने ज्यादा केस सामने आए हैं. महाराष्ट्र में कोरोना के कुल केस में से 63 फीसदी मरीज अकेले मुंबई शहर से हैं.
महाराष्ट्र में कोरोना ने जो रफ्तार पकड़ी है वो कोरोना की तीसरी लहर का संकेत है. मुंबई में पिछले हफ्ते एक फीसदी से कम कोरोना केस थे. अब यह बढ़ कर तीन फीसदी के करीब हो गए हैं. ऐसे में एक बार फिर महाराष्ट्र सरकार द्वारा लॉकडाउन से जुड़े कड़े प्रतिबंध लगाए जाने की आशंका पैदा हो गई है.
मुंबई में कोरोना केस ने तोड़ा सात महीने का रिकॉर्ड
मुंबई में कोरोना केस बढ़ने की रफ्तार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले तीन दिनों में कोरोना केस की संख्या दुगुनी हो गई है. 25 दिसंबर को 735 केस सामने आए थे. यह संख्या 28 दिसंबर को बढ़कर 1377 तक पहुंच गई .यह आंकड़ा पिछले सात महीनों में सबसे ज्यादा है. 26 मई के दिन यानी कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत में 1352 केस सामने आए थे. मंगलवार को सामने आए कोरोना केस की संख्या ने इसका रिकॉर्ड तोड़ दिया है. फिलहाल राज्य में कुल कोरोना मरीज के 63 फीसदी केस अकेले मुंबई से हैं. मुंबई में कोरोना की वजह से प्रतिबंधित हाउसिंग कॉम्प्लेक्स की संख्या एक दिन में 29 से बढ़ कर 37 तक पहुंच गई है.
फिलहाल मुंबई में कुल 5 हजार 803 मरीजों का इलाज शुरू है. 21 से 27 दिसंबर के बीच मुंबई में कोरोना ग्रोथ रेट 0.9 फीसदी हो गई है. सोमवार को मुंबई में कोरोना केस की संख्या दुगुनी होने की कालावधि 967 दिन की थी जो मंगलवार तक आकर 841 दिन हो गई. मंगलवार को 338 लोग कोरोना से ठीक होकर घर गए. एक मरीज की मौत हुई.
महाराष्ट्र में 75 दिनों के बाद सबसे ज्यादा मरीज सामने आए
महाराष्ट्र में पिछले कुछ महीनों से संक्रमितों की संख्या कम होती चली गई थी. राज्य सरकार ने कई तरह के नियमों में ढील दी थी. लेकिन पिछले आठ दिनों से कोरोना केस दुगुनी रफ्तार से बढ़ने शुरू हो गए हैं. पिछले हफ्ते प्रतिदिन कोरोना के केस हजार तक पहुंच गए थे. लेकिन इस हफ्ते की शुरुआत में यह संख्या दो हजार को पार कर गई है.
मंगलवार को महाराष्ट्र में 2172 नए केस सामने आए. 22 लोगों की मौत हो गई. 1098 लोग कोरोना से ठीक होकर घर गए. इस बार राहत की बात यही है कि कोरोना संक्रमण में तेजी आते हुए भी मृत्यु संख्या पहले के मुकाबले बहुत कम है. ज्यादातर मरीज सौम्य लक्षणों वाले सामने आ रहे हैं. इसलिए मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत कम ही आ रही है.
कोरोना के साथ ओमिक्रॉन का संकट भी बढ़ा
कोरोना के साथ ही कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का संकट भी राज्य में तेजी से बढ़ रहा है. देश में ओमिक्रॉन के 653 केस सामने आए हैं. इनमें सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र से हैं. महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 167 केस सामने आए हैं. इसके बाद दिल्ली (165), केरल (57) और गुजरात (54) का नंबर है. महाराष्ट्र में 91 मरीज ठीक भी हो चुके हैं.
महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा मरीज मुंबई से
महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा मरीज मुंबई में पाए गए हैं. मुंबई में ओमिक्रॉन के 84 केस सामने आए हैं. पिंपरी-चिंचवड में 19, पुणे जिले में 17 और पुणे महापालिका से 7 केस सामने आए हैं. मुंबई से सटे ठाणे महापालिका से 7 केस सामने आए हैं. सातारा, उस्मानाबाद और पनवेल से 5-5 केस सामने आए हैं. कल्याण-डोंबिवली, औरंगाबाद और नांदेड़ में 2-2 मरीज पाए गए हैं. बुलढाणा, लातूर, अकोला, अहमदनगर, वसई-विरार, नवी मुंबई, मीरा भाईंदर, पालघर, भिवंडी से 1-1 केस सामने आए हैं.
फिर से लॉकडाउन लगेगा क्या? मुंबई के संरक्षक मंत्री ने दिया यह बयान
इस बढ़ते हुए कोरोना और ओमिक्रॉन संक्रमण को देखते हुए राज्य में एक बार फिर लॉकडाउन लगने की आशंका जताई जा रही है. ऐसे में मुंबई के संरक्षक मंत्री अस्लम शेख ने एक अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि,’मुंबई और महाराष्ट्र में हम एक बार फिर लॉकडाउन देखना नहीं चाहते हैं. हम लोगों पर लॉकडाउन लादना नहीं चाहते हैं. यही वजह है कि हम नियमित रूप से हालात पर नजरें बनाए हुए हैं. मीटिंग कर रहे हैं, नियमों को कठोर करने पर विचार कर रहे हैं. जिन कार्यक्रमों पर पहले पाबंदी लगाई गई थी, उन कार्यक्रमों में लोगों की मौजूदगी की संख्या को सीमित कर रहे हैं. लेकिन राज्य में कोरोना को नियंत्रित रखना है और लॉकडाउन से बचना है तो जनता को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी. कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करना होगा.’
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