बिहार 28 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। कोसी के डॉन पप्पू देव की पोस्टमॉटम करने वाली तीन डॉक्टरों की टीम की रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रेन की नस फटने के बाद सिर में पूरा खून जमा हो गया था, इस वजह से हार्ट और सांस लेने का पूरा सिस्टम फेल हो गया और पप्पू देव की मौत हो गयी.
पप्पू देव के ब्रेन की नस फटने के बाद जहां खून जमा हुआ था उसके ठीक बाहर यानि बायें ललाट के ठीक उपर चोट का गंभीर निशान था. मेडिकल टर्म में इसे ब्रूज कहा जाता है. डॉक्टरों ने लिखा है कि बायें ललाट के उपर 2 इंच लंबा और 2 इंच चौड़ा ब्रूज था
शरीर पर जख्म के 30 गंभीर निशान
मेडिकल टर्म में डॉक्टरों की टीम ने लिखा है-ब्रेन में हेमाटोमा के कारण कार्डियो रेसपिटरी सिस्टम फेल हो गया था जिसके कारण मौत हुई. पप्पू देव के सिर का नस वहां फटा है जहां बाहर चोट का गंभीर निशान था. साथ ही पप्पू देव की शरीर पर जख्म के 30 गंभीर निशान थे. सारे के सारे निशान किसी कठोर और भोथरे समान जिसे रिपोर्ट में हार्ड एंड ब्लंट कहा गया है से मारे जाने की वजह से हुई है.
पप्पू देव के सिर पर गंभीर चोट
पप्पू देव के ब्रेन की नस फटकर जहां खून जमा हुआ था उसके ठीक बाहर यानि बायें ललाट के ठीक उपर चोट का गंभीर निशान था. डॉक्टरों ने रिपोर्ट में लिखा है बायें ललाट के उपर 2 इंच लंबा और 2 इंच चौड़ा था. ये वही जगह है जहां सिर के अंदर खून निकल कर जमा हो गया था, जो मौत का कारण बना. डॉक्टरों ने कहा है कि यह किसी कठोर और भोथरे चीज की चोट से बना निशान है. पोस्टटम रिपोर्ट में उस भोथरे वस्तु के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं किया गया है.
SP के बयान से मेल नहीं खाती PM रिपोर्ट
पोस्टमॉटम रिपोर्ट बताती है कि पप्पू देव के शरीर पर जख्म के लगभग चालीस निशान थे. इनमें 30 निशान गंभीर चोट के हैं. जबकि सहरसा की एसपी लिपि सिंह ने कहा था कि छापेमारी के बाद पप्पू देव ने दीवार फांदकर भागने की कोशिश की, लेकिन उसे दबोच लिया गया था. पुलिस हिरासत में छाती में दर्द की शिकायत करने पर देर रात करीब दो बजे सदर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया. गंभीर स्थिति देख डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया था. उसे सहरसा से डीएमसीएच ले जाने की तैयारी के क्रम में ही उनकी मौत हो गई थी. पप्पू देव की शरीर पर 30 गंभीर चोट
1. बायें ललाट के उपर चोट का गहरा निशान ,
2. दायीं आंख के नीचे चोट का गहरा निशान ,
3. दायें हाथ पर वी आकार में चोट का निशान ,
4. बायें हाथ के अंगूठे का नाखून खींचने के कारण जख्म (avulsion injury) ,
5. दायीं जांघ पर चोट के पांच-पांच इंच के दो गहरे निशान ,
6. दायें घुटने पर जख्म के गहरे निशान
7. दायीं जांघ के निचले हिस्से पर चोट का 5 इंच का निशान ,
8. दायीं जांघ पर इस चोट के ठीक नीचे फिर एक चोट का निशान ,
9. दायें पैर पर चोट के तीन निशान ,
10. दायें पैर के निचले हिस्से में चोट के चार निशान ,
11. दायें पैर के लोअर एंटेनियर पर जख्म ,
12. बायें पैर के एंटेनियर पर जख्म के निशान ,
13. बायें पैर के उपरी हिस्से पर चोट के निशान ,
14. बायीं जांच पर चोट का निशान ,
15. बायें घुटने पर चोट के निशान ,
16. बायें घुटने के नीचे जख्म का निशान ,
17. बायीं जांघ के निचले हिस्से में चोट का निशान ,
18. बायीं जांघ के बीच में चोट का निशान ,
19. बायीं रिंग फिंगर के नाखून पर चोट का निशान ,
20. बायें हाथ की तर्जनी अंगुली (index figure) पर चोट के साथ अंगुली के भीतर खून का जमा होना ,
21. बायीं कलाई पर चोट का निशान ,
22. बायें हाथ की कोहनी के उपर चोट का निशान ,
23. बायीं कोहनी पर चोट का एक औऱ निशान ,
24.बायीं बांह पर गंभीर चोट का निशान ,
25.बायें हाथ के बीच में चोट का निशान ,
26. बायें कंधे के पास जख्म का निशान ,
27.बायें कुल्हे पर जख्म के निशान ,
28. गुदा के बायें निचले हिस्से पर चोट के निशान ,
29. गुदा के दाहिने हिस्से पर भी जख्म के निशान ,
30.बायें कुल्हे के पास जख्म के तीन निशान
पप्पू देव की मौत के बाद ही पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठने लगे थे. उनके समर्थकों ने सड़क जाम कर खूब बवाल काटा था और जांच की मांग की थी. उनके समर्थकों ने पप्पू देव की मौत का आरोप पुलिस पर लगाया था.
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