प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) नए साल की शुरुआत अपने विदेशी दौरे से करने वाले हैं. छह जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (UAE) जाएंगें. प्रधानमंत्री के इस दौरे का मुख्य कार्यक्रम दुबई एक्सपो में भारतीय पैवेलियन को देखने जाना है. प्रधानमंत्री के संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के इस दौरे का उत्तर-प्रदेश और कई दूसरे राज्यों में होने वाले चुनावों के साथ गहरा संबंध है. आपको यह सोचकर हैरानी हो रही होगी कि संयुक्त अरब अमीरात के दौरे से भारतीय राज्यों में हो रहे चुनावों का क्या संबंध है, तो जरा इस पर गौर करिए.
दुबई एक्सपो सम्मेलन में जो भारतीय पैवेलियन बनाया गया है उसमें अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर निर्माण का एक मॉडल भी रखा गया है. इसके अलावे इंडिया पैवेलियन में काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी के घाट को भी दिखाया गया है. इंडिया पैवेलियन में अबू-धाबी में निर्माणाधीन स्वामी नारायण मंदिर का भी एक मॉडल रखा गया है. अबू-धाबी में बन रहे इस मंदिर का भूमि-पूजन और शिलान्यास खुद प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2018 में किया था. इतना ही नहीं बल्कि जब प्रधानमंत्री वर्ष 2015 में UAE गये थे तब वहां की सरकार ने आबू-धाबी के इस मंदिर के लिए बीस हजार वर्ग मीटर जमीन आवंटित की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब इंडिया पैवेलियन को विजिट करेगें तो मंदिर निर्माण से जुड़े ये माॉडल भी खासे चर्चा में रहने वाले हैं.
पश्चिम बंगाल के चुनाव के समय प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश के मंदिरों का किया था दौरा
मार्च 2020 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश की आजादी के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए ढ़ाका गये थे तब पश्चिम बंगाल मे विधानसभा के चुनाव चल रहे थे. प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश की आजादी से जुड़े कार्यक्रमों के अलावा बांग्लादेश में दो धार्मिक स्थलों का भी दौरा किया था. प्रधानमंत्री ढाका से करीब दो सौ किलोमीटर दूर सतखीरा के जेशोरेश्वरी काली मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे. पश्चिम बंगाल के जन-जीवन में माता काली को लेकर एक अलग भाव रहता है. इसके अलावे बंगाल की राजनीति को प्रभावति करने वाले मतुआ समुदाय को चुनावी संदेश देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बांग्लादेश दौरे में ओराकांडी में मतुआ संप्रदाय के सबसे बड़े धार्मिक स्थल का भी दौरा किया था. विदेशी जमीन पर प्रधानमंत्री के इन धर्म स्थलों के दौरे को विभिन्न राजनीतिक दलों ने बंगाल चुनाव के साथ जोड़कर बताया था.
मोदी कार्यकाल में भारत-संयुक्त अरब अमीरात के संबंध हुए हैं मजबूत
प्रधानमंत्री मोदी वर्ष 2015, 2018 और 2019 में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के दौरे पर जा चुके हैं. UAE सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी को वर्ष 2019 में अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से भी नवाजा था. इसके अलावे UAE ने भारत में 100 बिलियन डॉलर के निवेश की भी घोषणा की थी. प्रधानमंत्री के चौथे UAE दौरे में उम्मीद जतायी जा रही है कि दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर भी दस्तख़त होगें. इतना ही नहीं बल्कि भारत, UAE, इजरायल और अमेरिका ने मिलकर इस क्षेत्र के लिए एक अलग QUAD भी बनाया गया है. हालांकि इस QUAD को लेकर इन चारों देशों की तरफ से कहा गया है कि यह इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा.
दुबई एक्सपो में इंडिया पैवेलिय़न की यह हैं खास बातें
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात के अपने दौरे में जिस इंडिया पैवेलियन में जाएंगें, वो बहुत ही भव्य और विशाल रूप में बनाया गया है. चार मंजिले इस पैवेलियन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वो भारत के आयुर्वेद, योग, अंतरिक्ष कार्यक्रम और ढ़ाई ट्रिलियन वाली भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ-साथ भारतीय कला-संस्कृति को भी खूबसूरत तरीके से पेश करता है. अक्टूबर से चल रहे इस पवैलियन में बनारस के घाट से लेकर स्टेचू ऑफ यूनिटी के दर्शन होते हैं. अयोध्या और अबू-धाबी दोनों जगहों पर बने रहे भव्य मंदिरों को यहां बहुत ही प्रभावशाली तरीके से दिखाया गया है. इसके अलावे ताज महल, राजी की भाव जैसे भारतीय विरासतों को इंडिया पवेलियन में दर्शाया गया है.
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