भिलाई26 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। निगम भिलाई, भिलाई तीन और रिसाली निगम में बहुमत के बाद कांग्रेस का महापौर बनना तय है। भिलाई नगर निगम में एक अनार सौ बीमार की स्थिति निर्मित है क्योंकि यहां एक नही कई लोग महापौर के दावेदार है। जिसमें पहला नाम देवेन्द्र यादव के खासमखास एकांश बंछोर, आदित्य सिंह का उसके बाद निरजपाल,सुभद्रा सिंह,लक्ष्मीपति राजू,सीजू एंथोनी, संदीप निरंकारी का आ रहा है। कांग्रेस भिलाई और रिसाली में अपने दम पर ही महापौर पद के लिए जरूरी बहुमत हासिल कर चुकी है। जबकि भिलाई-चरोदा में कांग्रेस को महापौर के जादुई आंकड़े को हासिल करने महज दो पार्षदों की जरूरत पड़ेगी। बतातें हैं चरोदा निगम से निर्दलीय जीते आए चार पार्षद कांग्रेस के साथ मिल गए हैं। ऐसे में चरोदा में कांग्रेस के महापौर बनने पर कोई संदेह नहीं रह गया है। भिलाई नगर निगम की बात करें तो कांग्रेस यहां पर 37 पार्षद के साथ बिना किसी अन्य का समर्थन लिए अपना महापौर बनाने की स्थिति में है। लेकिन चार निर्दलीय पार्षदों के कांग्रेस प्रवेश कर लेने से उसके पास 41 पार्षदों का समर्थन हासिल हो गया है। जबकि महापौर बनाने के लिए कांग्रेस को 36 पार्षदों की दरकार थी। रिसाली नगर निगम में कांग्रेस 40 में से 21 पार्षदों के साथ बहुमत हासिल कर चुकी है। शुक्रवार को 5 निर्दलीय पार्षदों ने कांग्रेस प्रवेश करते हुए बहुमत को और भी ज्यादा मजबूती प्रदान कर दिया है।
भिलाई नगर निगम का महापौर पद अनारक्षित होने से कांग्रेस के जीते हुए अनेक पार्षदों की बांछे खिली हुई है। लेकिन फिलहाल कांग्रेस के एकांश बंछोर, नीरज पाल, संदीप निरंकारी, सुभद्रा सिंह और आदित्य सिंह को महापौर पद का प्रबल दावेदार मानकर राजनीतिक गलियारे में चर्चा सरगर्म है। एकांश बंछोर पहली बार पार्षद चुने हुए हैं। उन्हें विधायक देवेन्द्र यादव के पुराने राजनीतिक सलाहकारों में एक माना जाता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी उनकी नजदीकी कायम है। इस लिहाज से पहली बार पार्षद चुने जाने के बावजूद एकांश बंछोर महापौर पद के प्रबल दावेदार बन गए हैं। नीरज पाल लगातार जीतने वाले चुनिंदा कांग्रेस पार्षदों में एक हैं। विधायक देवेन्द्र यादव के साथ भी उनका तालमेल बेहतर होने से महापौर के लिए उनके नाम की चर्चा है। संदीप निरंकारी पूर्व विधायक भजन सिंह निरंकारी के पुत्र हैं। इनका भी ताल्लुक फिलहाल विधायक देवेन्द्र यादव और शहर जिला अध्यक्ष मुकेश चन्द्राकर के साथ बेहतर है। सुभद्रा सिंह भी अजेय पार्षदों में से हैं और तेज तर्रार छवि वाली है। विधायक देवेन्द्र यादव के साथ इनका संबंध भी ठीक ठाक है और खुद भी शहर जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं। आदित्य सिंह पहली बार पार्षद बने हैं। एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष आदित्य सिंह विधायक देवेन्द्र यादव की टीम के अहम सदस्य हैं। इस लिहाज से उनकी दावेदारी को नकारा नहीं जा रहा है।
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