‘मैं उत्तराखंड में चुनाव प्रचार का चेहरा बनूंगा,’ राहुल गांधी संग बैठक के बाद दूर हुई हरीश रावत की नाराजगी!..

उत्तराखंड में उठा सियासी तूफान अब थमता दिख रहा है. पूर्व सीएम हरीश रावत ने आज दिल्ली में राहुल गांधी से आवास पर उत्तराखंड कांग्रेस नेताओं से संग बैठक की. बैठक से बाहर निकलने के बाद वह काफी खुश नजर आए. बैठक के बाद हरीश रावत (Harish Rawat) ने कहा कि “कदम, कदम बढ़ाए जा, कांग्रेस के गीत गए जा… मैं उत्तराखंड में चुनाव प्रचार का चेहरा बनूंगा”. उनके बयान के बाद साफ हो गया है कि आलाकमान ने उनकी मांग को मान लिया है. उन्होंने साफ किया कि अब वह उत्तराखंड विधानसभा चुनाव प्रचार का चेहरा बनेंगे.

राहुल गांधी के आवास पर हुई बैठक में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के साथ ही दूसरे नेता भी शामिल हुए. बता दें कि हरीश रावत के गुरुवार को किए गए ट्वीट के बाद सियासी भूलाच आ गया था. जिसके बाद आलाकमान ने उनसे बात की. साथ की उत्तराखंड के सीनियर कांग्रेस नेताओं (Congress Leaders) को दिल्ली बुलाया था. आज हरीश रावत की आलाकमान के साथ बैठक हुई. बैठक से बाहर निकलकर हरीश रावत काफी खुश दिखे. उन्होंने मीडिया के सामने साफ किया कि उत्तराखंड में वह चुनाव प्रचार का चेहरा होंगे.

राहुल गांधी संग हुई हरीश रावत की बैठक

हरीश रावत का ट्वीट सामने आने के बाद माना जा रहा था कि वह आलाकमान पर खुद को सीएम चेहरा घोषित किए जाने का दबाव बना रहे हैं. चुनाव से पहले राज्य में उठ रहे सियासी बवाल को देखते हुए राहुल गांधी ने आज नेताओं संग बैठक की. कांग्रेस आलाकमान के बुलावे के बाद हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह गुरुवार को ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे. बता दें कि राज्य के पूर्व सीएम हरीश रावत ने संगठन पर ही सवाल खड़े कर दिए थे.

हरीश रावत के ट्वीट से उठा सियासी तूफान

हरीश रावत ने ट्वीट कहा था कि ‘है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है.’ अपने ट्वीट में हरीश रावत ने आगे लिखा कि ‘जिस समुद्र में तैरना है. सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं. जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं. मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिए, अब विश्राम का समय है! फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही… “न दैन्यं न पलायनम्” बड़ी उहापोह की स्थिति में हूं. लेकिन अब आलाकमान से मिलने के बाद हरीश रावत संतुष्ट नजर आ रहे हैं.

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