जांजगीर-चांपा, 19 दिसंबर, (वेदांत समाचार) कोविड से बचाव का एकमात्र उपाय टीकाकरण और सावधानी है। इस बात को बनाहिल निवासी 35 वर्षीय दिव्यांग मनमोहन केंवट बखूबी समझते हैं। स्वास्थ्य के प्रति इस जागरूकता के कारण ही वह अपनी ट्रायसिकल में 85 वर्षीया नानी गुरबारी बाई को कोविड का टीका लगवाने टीकाकरण केंद्र तरौद लेकर आया। मनमोहन ने स्वयं और नानी गुरूबारी ने पहली खुराक का टीकाकरण गुरुवार 16 दिसंबर को करवा लिया है।
अकलतरा विकासखंड के ग्राम बनाहिल का रहने वाला दोनों पैरों से दिव्यांग श्री मनमोहन और 85 वर्षीया नानी गुरूबारी बाई के स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक हैं। यही कारण है कि वह अपनी नानी गुरूबारी बाई को कोरोना से सुरक्षा का टीका लगवाने अपनी ट्रायसिकल में बिठाकर कोविड वैक्सीन लगवाने स्वास्थ्य केंद्र तरौद लेकर आया। गुरूबारी बाई चलने फिरने में असमर्थ है। लिहाजा टीकाकरण केंद्र की वैक्सीनेटर श्रीमती अनिता पाटले ट्रायसाइकल के पास स्वयं आई और उस पर सवार गुरूबारी बाई को कोविड-19,का पहला टीका लगाया।
मोटर मरम्मत कर जीवनयापन करने वाले श्री मनमोहन केंवट ने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा एवं संक्रमण से बचाव के लिए कोविड का वैक्सीन लगवाना ही एकमात्र उपाय है। उन्होंने तरौद में रहने वाली अपनी नानी गुरुबारी बाई के साथ तरौद स्वास्थ्य केंद्र में जाकर कोविड सुरक्षा का पहला टीका लगवा लिया है। मनमोहन ने कहा कि निर्धारित अवधि के बाद टीके की दूसरी खुराक लगवाने अवश्य जाएंगे । उन्होंने अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में बताया कि वह स्वयं अविवाहित है। वे अपने माता-पिता और भैया-भाभी के साथ रहते हैं। उन्होंने बताया कि उनके परिवार के सभी सदस्यों ने कोविड का टीका लगवा लिया है।
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