FRAUD : पॉलिसी चालू करने रिटायर प्राचार्य से सवा साल लेते रहे पैसे, 39 लाख ठगे

रायपुर 18 दिसम्बर (वेदांत समाचार)। डंगनिया में रहने वाले रिटायर्ड प्राचार्य से 39 लाख की ऑनलाइन ठगी हो गई है। बैंक लोकपाल के नाम से एक साल पहले बुजुर्ग को ठग का फोन आया है। उनका सालों से बंद एलआईसी का पैसा ब्याज समेत दिलाने का झांसा दिया। प्रोसेस के नाम पर बुजुर्ग से ठग ने खाते में अलग-अलग किश्त में पैसा जमा कराया। हर बार ठग बुजुर्ग को तुरंत पैसा वापसी का झांसा देते रहे। बुजुर्ग ने भी धीरे-धीरे करके अपनी जमा पूंजी ठग के खाते में जमा कर दी। अब ठगों का फोन आना बंद हो गया है।

गौरतलब है कि इससे पहले अभनपुर के बुजुर्ग से 69 लाख की ठगी हुई थी। पुलिस ने बताया कि डंगनिया में रिटायर्ड प्राचार्य उदय रावले (62) रहते हैं। नौकरी के दौरान उन्होंने एलआईसी में पॉलिसी ली थी। कुछ दिनों तक किश्त जमा की और फिर बंद कर दी। इसके अलावा बैंक में भी उनका पैसा जमा था। 14 अगस्त 2020 को उनके पास बैंक लोकपाल के नाम से फोन आया है। उन्हें पॉलिसी की जानकारी दी गई और कहा कि लोगों का जमा पैसा लौटाया जा रहा है। पूरा पैसा ब्यास के साथ वापस किया जाएगा। इसके लिए लंबी प्रक्रिया है। पहले पॉलिसी को फिर से चालू करना होगा।

खाते में 68 हजार रुपए जमा कर दीजिए। ठग ने बुजुर्ग के मोबाइल पर खाता नंबर मैसेज किया। बुजुर्ग ने उसमें पैसे जमा कर दिए। कुछ दिन बाद 40 हजार प्रोसेस फीस मांगी गई। उन्होंने जमा कर दी। इस तरह हर महीने उनसे अलग-अलग बहाना करके ठग खाते में पैसा जमा कराते रहे। बुजुर्ग भी ठग के खाते में पैसा जमा करते रहे।

सवा साल में बुजुर्ग ने 39 लाख से ज्यादा ठगों के खाते में जमा किए। हर बार उन्हें पैसा मिलने का झांसा दिया था, जो आज तक वापस नहीं मिल पाया है। उन्होंने परिचितों से इसे लेकर चर्चा की। उसके बाद पुलिस में शिकायत की। पुलिस के अनुसार ठग ने पूरे पैसे निकाल लिए है। ठग ने खाते में एक भी पैसा नहीं छोड़ा है। बुजुर्ग ने ठगों के अलग-अलग खाते में पैसा जमा किया। साइबर सेल की एक टीम जांच में लगी हुई है। एक साल के बैंक ट्रांजेक्शन की जानकारी निकाली जा रही है।

बंद पॉलिसी के लिए नहीं आता फोन


पुलिस ने बताया कि ठग रिटायर्ड लोगों का डेटा निकालकर ठगी कर रहे है। बैंक लोकपाल के नाम से लोगों को फर्जी फोन करते है। उन्हें एलआईसी, बीमा, बैंक में जमा पैसा समेत अन्य रकम वापसी का झांसा देते है। उन्हें ठग बातों में उलझा देते है। उन्हें भरोसा दिलाया जाता है। उनके खाते में पैसा वापस आया जाएगा। उन्हें मोटी रकम दिलाने का झांसा दिया जाता है। बुजुर्ग झांसे में आ जाते है और ठगी का शिकार हो जाते है। अभनपुर के रिटायर्ड बिजली अधिकारी से 69 लाख से ज्यादा की ठगी हुई है। पुलिस ने झारखंड में छापा मारकर आरोपी को पकड़ लिया, लेकिन उससे पैसे बरामद नहीं कर पाए। ठग ने पैसा खर्च कर दिया है।