4 करोड़ की जमीन में हिस्सा मांग रही थी महिला, नहीं देने पर कमरे में आग लगा कर चाची और भाई को जिंदा जलाया…

16 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। पटना में एक भतीजी ने अपनी चाची और चचेरे भाई को जिंदा जलाकर मार डाला। घटना की सूचना मिलते ही गांव के लोग उग्र हो गए और घर में बंद कर भतीजी की जमकर पिटाई की। इधर, घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह भतीजी को लोगों से छुड़ाया और गिरफ्तार कर लिया है।

घटना गुरुवार सुबह नौबतपुर थाना अंतर्गत करणपुरा गांव की है। मरने वालों की पहचान शांति देवी (70 वर्ष) और उनका सौतेला बेटा अविनाश कुमार (12 वर्ष) के रूप में हुई है। बताया जाता है कि पैसा मांगने पहुंची भतीजी माधुरी देवी (32 वर्ष) को जब रुपए नहीं मिले तो उसने केरोसिन छिड़क कर जला डाला। आग लगने से तड़पते मां और बेटा जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते रहे। इस दौरान माधुरी ने उनको एक कमरे में बंद कर दिया। वहां उनकी जलकर मौत हो गई। कमरे में सिर्फ राख मिली। आग की लपट और गंदे महक पर गांव के लोग वहां जमा हो गए और आक्रोशित लोगों ने भतीजी की जमकर पिटाई शुरू कर दी।

घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय लोग।

घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय लोग।

गांव के लोगों ने इसकी सूचना नौबतपुर थाने को दी। सूचना मिलते ही नौबतपुर थाने की पुलिस ने भतीजी माधुरी देवी को लोगों के बीच से निकालकर अपनी गिरफ्त में ले लिया है। पुलिस ने महिला शांति देवी एवं उनके बेटे अविनाश कुमार के शव को घर से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

10 दिन पहले बिकी थी 4 करोड़ रुपए की जमीन

लोगों ने बताया, ‘लगभग 10 दिन पहले शांति देवी के परिवार वालों ने 4 करोड़ रुपए की जमीन बेची थी। जमीन बिक्री से मिले पैसे में हिस्सा लेने के लिए माधुरी चाची के यहां पहुंच गई और उनसे झगड़ा झंझट करने लगी। शांति ने जब पैसा देने से इनकार किया तो उसने सुबह मां बेटे को घर में बंद कर किरासन तेल छिड़ककर आग लगा दी।’

घटना के बाद पूरे गांव में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। आसपास के लोगों ने बताया, ‘शांति देवी के पति लाल दास की मौत एक साल पहले हो गई है। लाल दास की अर्जित संपत्ति को उनकी पत्नी शांति देवी ने बेचकर पैसा इकट्ठा किया था, लेकिन उस पैसे पर उनकी भतीजी माधुरी की भी नजर थी।’