बम्हनीडीह 15 दिसम्बर (वेदांत समाचार)। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में जालसाजों के द्वारा फर्जी तरीके से पंजीयन कर अपात्र लोगों को भी पात्र बनाकर योजना का लाभ दिलवाया जा रहा है। इससे शासन को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचा रहे हैं। इस योजना में दूसरे जिले के आईडी का इस्तेमाल कर लोगों को लाभ दिया गया है। अब ऐसे जालसाजों के ऊपर जिले में कार्रवाई शुरू हो गई। विभाग द्वारा पहले अपात्र किसानों की जानकारी ली गई और अब फर्जीवाड़े कर जालसाजी करने वालों के ऊपर भी जांच कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
बम्हनीडीह जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत लखुर्री के शिवधन सागर को इस संबंध में कलेक्टर कार्यालय भू – अभिलेख शाखा जांजगीर से एक नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में संदिग्ध कृषकों की जांच के लिए टीम जिलास्तरीय टीम भी गठित कर दी गई है।
इस तरह से कार्रवाई शुरू होते ही किसान सम्मान निधि में फर्जीवाड़ा करने वालों में हड़कंप है। जिले के बम्हनीडीह व मालखरौदा तहसील क्षेत्रों में सबसे ज्यादा फर्जीवाड़े हुआ है। इन क्षेत्रों में बिचौलियों द्वारा खूब फर्जीवाड़े किया गया है। किसानों की आर्थिक मदद के लिए शुरू की गई केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना बिचौलियों की भेंट चढ़ रही है और अपात्र लोग योजना का लाभ उठा रहे हैं। किसान सम्मान निधि की धनराशि पाने के लिए पात्र भले ही अफसरों के दफ़्तरों के च-र लगाए होंगे लेकिन जिले के अपात्रों के खातों में सरकारी धन बिचौलियों की मदद से पहुंच रहा है, इस योजना का लाभ दिलाने के लिए , अपात्रों को भी पात्र बनाने के लिए बकायदा बिचौलियों द्वारा कमीशन तय है। पैसे कमाने के च-र में किसान सम्मान निधि को भी बिचौलियों के द्वारा नहीं छोड़ा गया। इसमें संलिप्त लोग लाखों रुपए कमा लिए ।
बिलौलियों ने पहले तो अपात्र किसानों को पात्र बता कर किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिला दिया । जब किसान के खाते में पहली किस्त आई तो थम्ब मशीन लेकर किसानों के पास पहुंच गए और उसमें अंगूठा लगवाकर बिचौलियों ने किसानों के खाते से अपना कमिशन अपने व अपने रिश्तेदारों के खाते में सीधा ट्रांसफर कर लिया । अगर बिचौलियों के खाते व उनके रिश्तेदारों की खाते की जांच होगी तो किसान सम्मान निधि योजना में हुए भ्रष्टाचार का खुलासा हो जाएगा ।
कलेक्टर कार्यालय से नोटिस मिला था । वे वहां गए थे। उनसे नाम, पता और काम पूछा गया । उसके बाद जाने को कहा गया। फिर बुलाने पर आने को कहा गया है। उन्होंने किसी भी अपात्र को किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं दिलायाा है।
शिवधन सागर, लखुर्री
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