लोन रिकवरी का कंपनियों ने निकाला जुगाड़, WhatsApp ऐसे कर रहा मदद…

WhatsApp पहले प्रमोशनल और मार्केटिंग मैसेज के लिए पॉपुलर था. लेकिन अब ये लोन डिफॉल्टर्स से पेमेंट कलेक्ट करने के लिए भी यूज में लाया जा रहा है. Credgenics और Spocto जैसी डेब्ट कलेक्शन स्टार्टअप्स अपने कस्टमर्स के साथ सही से बातचीत करने के लिए उनसे कनेक्ट करने के लिए इस प्लेटफॉर्म का खूब इस्तेमाल कर रही हैं.

कंपनियों का बच रहा मैसेज का खर्च


पहले कंपनियां लोन की रिकवरी के लिए कस्टमर्स को पेमेंट रिमाइंडर के लिए मैसेज भेजा करती थी. जिसकी वजह से उनका मैसेज का खर्च बढ़ता था. WhatsApp ने यूटिलिटी और ऑपरेशनल कैटगरी के मैसेज की कीमतों में 50 प्रतिशत की कटौती की है. जिससे एक मैसेज का कॉस्ट लगभग 12 से 15 पैसे हो गया है. वहीं, SMS के जरिए अगर यही जानकारी भेजने होती है तो एक मैसेज का कॉस्ट लगभग 35 पैसे होता है. Credgenics के को फउंडर ऋषभ गोयल के मुताबिक, वॉट्सऐप मैसेज कॉस्ट में काफी बचत कराता है.

कैसे हो रही WhatsApp से लोन रिकवरी ?

  • ऑटोमेटेड रिमाइंडर: बैंक और NBFCs (नोन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनीज) वॉट्सऐप के जरिए लोन चुकाने की डेट से पहले कस्टमर्स को रिमाइंडर मैसेज भेज देती हैं. जिससे लोन लेने वाला शख्स समय पर पेमेंट कर सके.
  • कस्टमाइज्ड नोटिफिकेशन: कस्टमर्स का लोन अमाउंट, इंटरेस्ट रेंट और पेमेंट डेट से जुड़ी सभी डिटेल्स डायरेक्ट उनके वॉट्सऐप पर भेजी जाती हैं.
  • सिक्योर पेमेंट लिंक: कई कंपनियां वॉट्सऐप पर सेफ पेमेंट लिंक भेजती हैं जिससे कस्टमर्स एक क्लिक में पेमेंट कर सकते हैं. इससे फेक लिंक पर क्लिक करने का कंफ्यूजन कम हो जाता है क्योंकि मैसेज कंपनी के ऑफिशियल नंबर से आता है.
  • कस्टमर सपोर्ट: अगर किसी कस्टमर को लोन की पेमेंट करने में कोई परेशानी आ रही है, तो वॉट्सऐप चैटबॉट या लाइव एजेंट उनकी हेल्प कर सकते हैं.

WhatsApp लोन रिकवरी के क्या हैं फायदे


इंस्टेंट वॉट्सऐप मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर मैसेज फास्ट सेंड होते हैं. जिससे कस्टमर्स तुरंत जवाब दे सकते हैं. फोन कॉल या फील्ड वर्क के मुकाबले वॉट्सऐप के जरिए लोन रिकवरी का ये तरीका ज्यादा किफायती है. ये एक कस्टमर्स फ्रेंडली प्रोसेस है. कस्टमर्स को कॉल्स या घर पर रिकवरी एजेंट के आने की परेशानी नहीं होती है. इसके अलावा कंपनियों को ज्यादा महंगे एसएमएस का खर्च नहीं उठाना पड़ता है.

WhatsApp लोन रिकवरी के नुकसान?


भले ही कंपनियों को इससे फायदा हो रहा है. लेकिन कस्टमर्स की प्राइवेसी और डेटा लीक का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है. फील्ड एजेंट्स अगर वॉट्सऐप पर कलेक्शन मैसेज भेजते हैं तो इससे पर्सनल डेटा लीक होने की संभावना बढ़ जाती है. इससे लोन लेने वाले की प्राइवेसी खतरे में आ सकती है.