Vedant Samachar

क्या पानी से भी सस्ता होगा कच्चा तेल? ₹15 तक सस्ता हो सकता है पेट्रोल

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मुंबई,05मई 2025 :क्या आने वाले दिनों में इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें पानी से भी कम होने वाली हैं? ये सवाल यूं ही नहीं उठ रहा है. खाड़ी देशों के ऑयल प्राेडक्शन ग्रुप ओपेक ने कच्चे तेल के प्रोडक्शन में इजाफा करने का ऐलान ​कर दिया है. जिसकी वजह से इंटरनेशनल मार्केट में खाड़ी देश और अमेरिकी ऑयल की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में कच्चे तेल की कीमतों और भी बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है. जानकार मानकर चल रहे हैं कि खाड़ी देशों के कच्चे तेल की कीमत 50 डॉलर तक आ सकती है. जिसके जवाब में भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 10 रुपए और बेहतर स्थिति में 15 रुपए तक की गिरावट देखने को मिल सकती है.

वैसे पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती डॉलर और रुपए के बीच के किस तरह का तालमेल है वो भी अहम रहेगा. अगर रुपए में डॉलर के मुकाबले तेजी जारी रहती है और अगले दो महीने में रुपया डॉलर के मुकाबले 81 से 83 के बीच रहता है तो पेट्रोल और डीजल की कीमत में 10 से 15 रुपए की गिरावट के आसा हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि मौजूदा समय में कच्चे तेल की कीमतें कितनी हो गई हैं और आने वाले दिनों में कितनी हो सकती हैं.

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. भारतीय समय के अनुसार 1 बजकर 55 मिनट पर इंटरनेशनल मार्केट में खाड़ी देशों का क्रूड ऑयल ब्रेंड की कीमतें करीब दो डॉलर यानी 1.18 डॉलर की गिरावट के साथ 60.11 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रही हैं. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान कारोबारी सत्र के दौरान कच्चे तेल के दाम 52 हफ्तों के लो के करीब 58.51 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई थी. जबकि शुक्रवार को दाम 61.29 डॉलर प्रति बैरल पर देखने को मिली थी.

वहीं दूसरी ओर अमेरिकी क्रूड ऑयल यानी डब्ल्यूटीआई की कीमतों में भी बड़ी गिरावट देखी गई है. आंकड़ों को देखें तो 2.11 फीसदी यानी 1.23 डॉलीर प्रति बैरल की गिरावट के बाद कच्चे तेल की कीमत 57.06 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई थी. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान अमेरिकी ऑयल की कीमत 55.39 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई थी, जोकि 52 हफ्तों के लोअर लेवल के करीब थी. जबकि शुक्रवार को दाम 58.29 डॉलर प्रति बैरल पर देखने को मिली थीं.

भारत में कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट
वहीं दूसरी ओर भारत के वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेल की कीमतों की बात करें तो क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है. आंकड़ों को देखें तो मई कांट्रैक्ट का कच्चा तेल 125 रुपए यानी 2.50 फीसदी की गिरावट के साथ 4815 रुपए प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. कारोबारी सत्र के दौरान क्रूड ऑयल के दाम 4724 रुपए प्रति बैरल तक नीचे गिर गए थे. वैसे सोमवार सुबह 4873 रुपए के साथ कच्चा तेल ओपन हुआ था. जबकि शुक्रवार को क्रूड ऑयल के दाम 4940 रुपए पर दिखाई दिए थे; बीते एक महीने में कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल चुकी है. 2 अप्रैल को कच्चे तेल के दाम 6124 रुपए प्रति बैरल पर थे. तब से अब तक क्रूड ऑयल की कीमतें 1400 रुपए यानी 23 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है.

कितनी नीचे जा सकती है कीमतें?
वैसे कच्चे तेल की कीमतों में और गिरावट देखने को मिल सकती हैं. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी करेंसी के हेड अनुज गुप्ता के अनुसार अगले दो महीने में क्रूड ऑयल के दाम 50 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच सकती हैं. उन्होंने कहा कि डिमांड से ज्यादा सप्लाई है. इंटरनेशनल मार्केट में स्पलाई में और इजाफा देखने को मिल सकता है. जिसका असर कीमतों में देखने को मिलेगा. उन्होंने ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें 55 से 50 डॉलर प्रति बैरल के बीच रह सकती है. अमेरिकी ऑयल के दाम 48 से 53 डॉलर प्रति बैरल के आसपास देखने को मिल सकती है. उन्होंने कहा कि इस पूरे सिनेरियो में भारत के रुपए और डॉलर के बीच का परफॉर्मेंस अहम रहेगा. वैसे कच्चे तेल की कीमतों में रुपए को सपोर्ट मिलता हुआ दिखाई दे सकता है.

10 से 15 रुपए तक सस्ता होगा पेट्रोल?
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट देखी गई हैं और आने वाले दिनों में कच्चा तेल और सस्ता हो सकता है. ऐसे में भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कितना असर देखने को मिलेगा. इस पर अनुज गुप्ता कहते हैं कि अगले दो महीने में ब्रेंट 50 डॉलर प्रति बैरल के आसपास पहुंचता है तो पेट्रोल की कीमतों में आइडियल तौर पर 10 रुपए की कटौती देखने को मिलनी चाहिए. वहीं रुपया डॉलर के सामने और स्ट्रेंथ दिखाता है और 81 से 83 के लेवल के बीच रहता है तो पेट्रोल 15 रुपए तक भी सस्ता हो सकता है. अगर ऐसा होता है तो दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 80 रुपए के करीब पहुंच सकती हैं.

बार्कलेज का अनुमान
हाल ही में ब्रिटिश बैंक बार्कलेज की ओर से अनुमान जताया है. बैंक की रिपोर्ट के अनुसार साल 2025 में ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम 66 डॉलर और 2026 के अंत तक 62 डॉलर प्रति बैरल पर आ सकते हैं. बैंक ने अपने पिछले अनुमान से 4 डॉलर प्र​ति बैरल तक कम किए हैं. बार्कलेज को अब उम्मीद है कि ओपेक+ अक्टूबर 2025 तक एक्स्ट्रा वॉलेंटरी प्रोडक्शन कट खत्म कर देगा. लेकिन यूएस ऑयल प्रोडक्शन ग्रोथ में कमी की उम्मीद है. कुल मिलाकर, बैंक ने 2025 के लिए उनके संतुलन अनुमानों को 290 हजार बैरल प्रति दिन (केबीडी) और 2026 के लिए 110 केबीडी तक कम कर दिया है.

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