आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने खानपान पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं. खासकर जब बात प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के खाने की हो तो कई लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं. लोगों को लगता है कि प्रोटीन के बिना भी हमारा शरीर तेजी से विकास करेगा और ओवरऑल हेल्थ अच्छी रहेगी, लेकिन ऐसा नहीं है. प्रोटीन की कमी से शरीर में कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं? आइए डॉक्टर से जानते हैं कि प्रोटीन की कमी क्यों होती है, इसके लक्षण क्या हैं और किन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
प्रोटीन क्या है और क्यों जरूरी है?
प्रोटीन हमारे शरीर का एक अहम पोषक तत्व है. यह मांसपेशियों, हड्डियों, त्वचा, बालों और हार्मोन्स के निर्माण में मदद करता है. हमारी इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखने, चोटों से जल्दी ठीक होने और शरीर की मरम्मत करने के लिए भी प्रोटीन बेहद जरूरी है. शरीर को प्रतिदिन वजन के अनुसार लगभग 0.8 से 1 ग्राम प्रति किलो प्रोटीन की जरूरत होती है.
प्रोटीन की कमी क्यों होती है?
संतुलित आहार की कमी: कैलाश अस्पताल नोएडा के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर मानस चटर्जी बताते हैं कि जो लोग केवल कार्बोहाइड्रेट या जंक फूड पर निर्भर रहते हैं, उनके आहार में प्रोटीन की मात्रा बहुत कम होती है. इससे उनके शरीर का विकास रुक जाता है. ऐसे में प्रोटीन युक्त चीजों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए.
शाकाहारी भोजन: कई शाकाहारी लोग पर्याप्त प्रोटीन युक्त आहार जैसे दालें, सोया, दूध आदि नहीं खा पाते हैं. उन्हें लगता है कि बिना दाल, दूध या डेयरी प्रोडक्ट्स खाए ही हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा, तो ऐसा बिलकुल नहीं है. आप अगर प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ नहीं खा पाते हैं तो आपको इसका भारी नुकसान हो सकता है.
डाइजेशन की समस्या: कुछ लोगों को पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं होती हैं जिससे शरीर प्रोटीन को ठीक से नहीं अवशोषित कर पाता.
क्रैश डाइटिंग या वेट लॉस डाइट: वजन घटाने के चक्कर में लोग जरूरत से कम कैलोरी लेते हैं जिससे प्रोटीन की कमी हो जाती है.
प्रोटीन की कमी से होने वाली बीमारियां
कैलाश अस्पताल नोएडा के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर मानस चटर्जी के मुताबिक, प्रोटीन की कमी से शरीर में कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं. ऐसे में अपने आहार में हर दिन थोड़ा बहुत प्रोटीन युक्त भोजन को शामिल करना चाहिए. प्रोटीन की कमी से इन बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है.
मांसपेशियों की कमजोरी
प्रोटीन की कमी से शरीर की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं. इससे थकान जल्दी होती है और शरीर सुस्त रहता है.
कमजोर इम्यून सिस्टम
प्रोटीन की मदद से शरीर एंटीबॉडी बनाता है जो बीमारियों से लड़ते हैं. कमी होने पर बार-बार सर्दी-जुकाम, इंफेक्शन होना आम बात हो जाती है.
बाल झड़ना और त्वचा की समस्याएं
प्रोटीन की कमी से बाल रूखे, कमजोर और पतले होने लगते हैं. इसके अलावा त्वचा बेजान और सूखी हो सकती है.
बच्चों में विकास रुकना
बच्चों को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं मिलने पर उनकी लंबाई और वजन पर असर पड़ता है. दिमागी विकास भी धीमा हो सकता है.
सूजन और घाव भरने में देरी
प्रोटीन की कमी से शरीर में सूजन आने लगती है, खासकर हाथ-पैरों में. घाव या चोटें भी जल्दी ठीक नहीं होतीं.
लिवर और किडनी पर असर
बहुत अधिक प्रोटीन की कमी लंबे समय तक रहने पर लिवर और किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है.
प्रोटीन की कमी के लक्षण
प्रोटीन की कमी के कारण हमारे शरीर में कई लक्षण दिखने लगते हैं. खासकर बच्चों पर इसका बुरा असर पड़ता है. यहां तक कि बच्चों की ग्रोथ रुक जाती है. आइए जानते हैं प्रोटीन की कमी से कौन-कौन से लक्षण सेहत पर पड़ती है. हर समय थकावट रहना, भूख न लगना, बालों का झड़ना, वजन कम होना, त्वचा का रूखा हो जाना, बार-बार बीमार पड़ना इसके कारण हो सकते हैं.
प्रोटीन की पूर्ति कैसे करें?
प्रोटीन की कमी को दूर करने के लिए अपने आहार में कुछ चीजों को शामिल करना जरूरी होता है. अगर आप प्रोटीन युक्त भोजन लेते हैं तो आपका शरीर पूरी तरह से स्वस्थ रहेगा. आइए जानते हैं प्रोटीन युक्त आहार कौन-कौन से लेना चाहिए. जैसेदूध, दही, पनीर. अंडे और मछली (अगर आप नॉन वेज खाते हैं), दालें और चने, सोया और टोफू, मूंगफली, बादाम और अखरोट, ओट्स और क्विनोआ जैसे खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें.