मुंबई,25मई 2025 : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ दिनों पहले कतर की राजधानी दोहा में कहा था कि उन्होंने एपल के सीईओ से आईफोन का प्रोडक्शन भारत में न करके अमेरिका में करने के लिए कहा है. इसके बाद ही एपल ने हाल के कुछ दिनों में अपने आईफोन प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए तगड़ा इंवेस्टमेंट किया है. इसके बाद से ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप एपल को हड़काने में लगे हुए हैं और भारत से आईफोन इंपोर्ट करने के लिए 25 फीसदी टैरिफ लगाने की धमकी दे रहे हैं.
12,800 करोड़ रुपए का किया निवेश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मना करने के बाद भी टिम कुक नहीं माने. उनकी कंपनी एपल भारत में लगातार निवेश कर रही है. आईफोन बनाने वाली कंपनी फॉक्सकॉन ने पिछले पांच दिन में 1.48 अरब डॉलर यानी लगभग 12,800 करोड़ रुपये का निवेश किया है. वहां, ताइवान की आईफोन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी होन हाई प्रिसिजन इंडस्ट्री ने भी भारत में 150 करोड़ डॉलर का इंवेस्ट किया है. होन हाई प्रिसिजन चीन से अपने प्रोडक्शन को कम करके इंडिया में शिफ्ट करना करना चाह रही है.
टैरिफ के बाद भी भारत का आईफोन सस्ता
नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि अगर ट्रंप भारत में बने आईफोन पर 25% टैरिफ लगाते हैं तो भी अमेरिका में बने आईफोन के मुकाबले भारत में बना आईफोन सस्ता होगा. उन्होंने बताया कि एपल को भारत में आईफोन बनाना सस्ता पड़ रहा है, ऐसी स्थिति में एपल अमेरिका का रुख नहीं करेगा.
चीन में एपल ने कम किया प्रोडक्शन
जब से अमेरिकी राष्ट्रपति की कुर्सी पर डोनाल्ड ट्रंप बैठे हैं, तभी से वो चीन, भारत सहित दुनिया के दूसरे देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगा रहे हैं. ऐसे में भारत के मुकाबले चीन पर ट्रंप ने कई गुना ज्यादा टैरिफ लगाया था, जिस वजह से एपल ने भारत में अपना प्रोडक्शन बढ़ाना शुरू किया.
वहीं नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम के अनुसार एपल का सबसे ज्यादा प्रोडक्शन एशिया में होता है. अगर एपल इसे अमेरिका में शिफ्ट करता है तो आईफोन की कीमत बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी, जिस वजह से भी एपल अमेरिका का रूख नहीं करेगा.