डायबिटीज की बीमारी के मामले भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं. देश में इस बीमारी के 10 करोड़ से अधिक मामले हैं. डायबिटीज की बीमारी शुगर लेवल बढ़ने से होती है. अब 30 से 35 साल की उम्र में ही शुगर लेवल बढ़ रहा है. यह उन लोगों के साथ भी हो रहा है जिनको टाइप-1 डायबिटीज नहीं है. यानी उनके अपने माता-पिता से डायबिटीज ट्रांसफर नहीं हुई है. लेकिन फिर भी शुगर लेवल बढ़ने से डायबिटीज हो रही है. लेकिन कम उम्र में शुगर लेवल क्यों बढ़ता है और इसको कंट्रोल कैसे किया जा सकता है. इस बारे में जानते हैं.
दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में मेडिसिन विभाग के डॉ अजित कुमार बताते हैं कि 30 से 35 साल की उम्र में शुगर लेवल बढ़ने का बड़ा कारण खराब खानपान है. आजकल लोगों की डाइट में अधिक चीनी, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स, और फैट की मात्रा ज्यादा होती है. खानपान में मीठा भी बढ़ गया है और फास्ट फूड भी लोग पहले की तुलना में ज्यादा खा रहे हैं. इस तरह के खानपान का जीआई इंडेक्स अधिक होता है, जो शरीर में शुगर लेवल को बढ़ा देता है.
मानसिक तनाव भी बड़ा कारण
डॉ. कुमार बताते हैं कि काम का प्रेशर, घर की टेंशन और सोशल मीडिया के प्रभाव के कारण लोगों की मानसिक सेहत खराब हो रही है. मानसिक तनाव भी कम उम्र में शुगर लेवल बढ़ने का एक बड़ा कारण है. मानसिक तनाव से हार्मोन का बैलेंस बिगड़ता है. जो सीधे तौर पर शुगर लेवल पर असर डालता है.
डॉ कुमार कहते हैं कि अब लोगों का लाइफस्टाइल खराब हो गया है, लोग घंटों तक फोन पर समय व्यतीत करते हैं, लेकिन एक्सरसाइज कम करते हैं. एक्सरसाइज न करने से भी शरीर में शुगर का लेवल बढ़ता है. डॉ कुमार कहते हैं कि आज के समय में कम उम्र में ही इंसुलिन रजिस्टेंस हो रहा है. इस वजह से भी शरीर में शुगर बढ़ जाता है. कई मामलों में इसके शुरुआती लक्षण लोगों को पता नहीं चल पाते हैं. जब डायबिटीज होती है तब पता चल पाता है कि शरीर में बीमारी पनप गई है.
शुगर लेवल कंट्रोल कैसे करें
रोज कम से कम आधा घंटा एक्सरसाइज करें
मीठा ज्यादा मात्रा में न खाएं
खानपान का ध्यान रखें और अपनी डाइट में हरी सब्जियां और फलों को शामिल करें
मानसिक तनाव न लें