मुंबई : बॉलीवुड के लीजेंड्री एक्टर अमिताभ बच्चन ने भारतीय सिनेमा में जो स्थान हासिल किया है उसका कोई सानी नहीं है. दुनियाभर में उन्होंने अपने अभिनय के दम पर लाखों-करोड़ों फैंस बनाए हैं. 1969 से शुरू हुआ वो सफर आज 56 सालों के बाद भी जारी है. बिग बी अपने साढ़े पांच दशक के करियर में कई बेहतरीन और यादगार फिल्में दे चुके हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके बॉलीवुड में आने की शुरुआत कैसे हुई थी?
अमिताभ बच्चन शुरू से ही एक्टिंग में करियर बनाने का सपना देखते थे, लेकिन उन्होंने कई जगह नौकरी भी की. उनके पिता भी चाहते थे कि उनका बेटा कोई अच्छी नौकरी करे. लेकिन अमिताभ के छोटे भाई अजिताभ को पता था कि अमिताभ एक्टर बनने के ख्वाब देखते थे. भाई की बदौलत ही अमिताभ का ये सपना पूरा हो पाया था. आइए जानते हैं कि अमिताभ को आखिर उनकी पहली फिल्म किस तरह से मिली थी?
जब एक फोन पर दिल्ली से मुंबई पहुंचे अमिताभ
अमिताभ के भाई अजिताभ एक बार ट्रेन में बैठकर मुंबई से दिल्ली जा रहे थे. तब उन्हें पास बैठे एक लड़के के जरिए पता चला था कि निर्देशक ख्वाजा अब्बास अहमद को अपनी फिल्म के लिए नए चेहरे की तलाश थी. अजिताभ ने अपने पास रखी अमिताभ की तस्वीर निकाली और उसमें कॉन्टैक्ट करने के लिए नंबर भी डाल दिया और लड़के को फोटो देते हुए कहा कि इसे उन तक पहुंचा देना.
अगले ही दिन ख्वाजा अब्बास अहमद ने तस्वीर देखने के बाद अमिताभ बच्चन को मिलने के लिए बुलाया. तब बिग बी दिल्ली में थे और वो तुरंत मुंबई के लिए रवाना हो गए. अमिताभ ख्वाजा के पास पहुंचे और दोनों के बीच ढेर सारी बातचीत हुई. इसी बीच जब ख्वाजा को ये पता चला कि अमिताभ बच्चन मशहूर कवि डॉ. हरिवश राय बच्चन के बेटे हैं तो उन्होंने हरिवंश राय से बेटे के फिल्म में काम करने को लेकर बात की. इस पर अमिताभ के पिता भी सहमत हो गए.
5000 रुपये लेकर साइन की थी पहली फिल्म
1969 में रिलीज हुई ‘सात हिन्दुस्तानी’ अमिताभ की पहली फिल्म थी. इसमें वो सपोर्टिंग रोल में नजर आए थे. ख्वाजा अब्बास अहमद इसके डायरेक्टर होने के अलावा प्रोड्यूसर भी थे और उन्होंने ही इसकी कहानी लिखी थी. ख्वाजा ने इस फिल्म के लिए बिग बी को पांच हजार रुपये देकर साइन किया था.