विटामिन हमारे शरीर के लिए जरूरी होते हैं. ये न केवल इम्यून सिस्टम को मजबूती देते हैं, बल्कि शरीर के कई फंक्शन्स को भी ठीक तरह से चलाने में मदद करते हैं. बहुत से लोग विटामिन की कमी को पूरा करने के लिए मल्टीविटामिन या अन्य सप्लीमेंट्स लेना शुरू कर देते हैं. ऐसे में कुछ दवाएं और विटामिन साथ में लेने से गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. यह कॉम्बिनेशन जानलेवा भी हो सकता है. आइए जानते हैं कि ये कितना खतरनाक है और किन दवाओं और विटामिन को साथ नहीं लेना चाहिए.
विटामिन्स और दवाओं के बीच का केमिकल रिएक्शन शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकता हैं. कुछ विटामिन्स दवाओं की कार्यक्षमता को कम या अधिक कर देते हैं, जिससे दवा अपना असर नहीं दिखा पाती या शरीर पर ज्यादा असर डाल देती है. कुछ कॉम्बिनेशन लिवर और किडनी को जरूरत से ज्यादा काम करने पर मजबूर कर देते हैं, जिससे अंगों को नुकसान हो सकता है.
कुछ सप्लीमेंट्स, जैसे कि विटामिन ई और ओमेगा-3 फैटी एसिड, जब हार्ट की दवाओं के साथ लिए जाते हैं तो ये ब्लड प्रेशर को इंबैलेंस कर सकते हैं. आइए और कॉम्बिनेशन के बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं.
कौन सी दवाएं और विटामिन्स साथ नहीं लेने चाहिए?
दिल्ली में जीटीबी अस्पताल में मेडिसिन विभाग में डॉ अजीत जैन ने कुछ दवाएं और विटामिन्स बताएं हैं जो एक साथ नहीं लेने चाहिए.
ब्लड थिनर दवाएं + विटामिन के
विटामिन के खून को जमाने में मदद करता है, जबकि ब्लड थिनर की दवा खून को पतला करती है. दोनों साथ लेने से दवा बेअसर हो सकती है.
एंटीबायोटिक्स + आयरन/कैल्शियम सप्लीमेंट
आयरन और कैल्शियम एंटीबायोटिक को शरीर में पूरी तरह से एब्जॉर्ब नहीं होने देते हैं, जिससे इंफेक्शन ठीक नहीं होता है.
डायबिटीज की दवा + विटामिन बी3
विटामिन बी3 शरीर में ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है, जिससे डायबिटीज की दवाओं का असर घट जाता है.
डाययूरेटिक दवाएं + विटामिन D
डाययूरेटिक दवाएं और विटामिन डी साथ लेने से शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है.
एंटासिड्स + आयरन सप्लीमेंट्स
एंटासिड्स आयरन के एब्जॉर्प्शन को कम कर देते हैं, जिससे एनीमिया यानी खून की कमी या कमजोरी बनी रह सकती है.
इन बातों का रखें खास ध्यान
डॉक्टर से पूछे बिना कभी भी दवा और सप्लीमेंट को एक साथ न लें.
समय-समय पर ब्लड टेस्ट कराएं, खासकर जब आप मल्टीविटामिन ले रहे हों.
दवा और विटामिन के बीच कम से कम 2 घंटे का अंतर रखें.
अगर आपको कोई पुरानी बीमारी है जैसे ब्लड प्रेशर, थायरॉइड या डायबिटीज, तो डॉक्टर से खास सलाह लें.
ऑनलाइन सप्लीमेंट खरीदते समय क्वालिटी और ब्रांड पर विशेष ध्यान दें.