अहमदाबाद में कैसे टेक ऑफ करते ही एयर इंडिया फ्लाइट AI171 हादसे का शिकार हो गई? इसका खुलासा अब जल्द होने वाला है क्योंकि गुजरात ATS को ब्लैक बॉक्स मिल गया है।
गुजरात ATS ने एयर इंडिया के विमान के मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) बरामद किया है और विमान हादसे की जांच करने वाली FSL टीम को सौंपा है। FSL की टीम इसमें रिकॉर्ड हुआ डेटा से हादसे के कारणों का पता लगाएगी। ऐसे में आइए जानें ये ”ब्लैक बॉक्स” क्या होता है?
What is Black box
ब्लैक बॉक्स विमान का एक खास डिवाइस होता है, जो हर फ्लाइट में लगाया जाता है। इसका काम होता है फ्लाइट से जुड़ी जरूरी जानकारी को रिकॉर्ड करना। ये उड़ान के दौरान की हर जानकारी को रिकॉर्ड करता है। इसका इस्तेमाल विमान हादसों की जांच में होता है। इसे 1950 के दशक में ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक डेविड रोनाल्ड डी मे वॉरेन ने बनाया था। यह आमतौर पर नारंगी या पीले रंग का होता है और विस्फोट, आग, पानी और टक्कर जैसे हालात झेल सकता है।
ब्लैक बॉक्स के दो मुख्य हिस्से होते हैं –
फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) – यह विमान की गति, ऊंचाई, दिशा, इंजन की स्थिति जैसी तकनीकी जानकारियों को रिकॉर्ड करता है। से
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) – इसमें पायलटों की बातचीत, अलार्म और कॉकपिट की अन्य आवाजें रिकॉर्ड होती हैं
विमान हादसे के बाद जांचकर्ता ब्लैक बॉक्स के डेटा की मदद से यह पता लगाते हैं कि दुर्घटना से पहले क्या हुआ था, ताकि कारणों का पता चल सके और भविष्य में ऐसे हादसे रोके जा सकें।