क्या होता है रिस्पिरेटरी इंफेक्शन, इस बदलते मौसम में कैसे पहुंचा सकता है सेहत को नुकसान?

बदलते मौसम में सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, खासकर उन लोगों के लिए जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है. सही खानपान अपनाकर आप खुद को बदलते मौसम में फैलने वाले संक्रमण से बच सकते हैं.

सर्दियों के बाद गर्मी का मौसम आते ही कई तरह की बीमारियां बढ़ने लगती हैं. खासतौर पर सर्दी-जुकाम, बुखार और गले की समस्याएं आम हो जाती हैं. ये छोटी-छोटी समस्याएं कई बार विकराल रूप धारण कर सकती है. अचानक मौसम में बदलाव और बढ़ते प्रदूषण के कारण ज्यादातर लोग खांसी, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ जैसी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. यही परेशानी रिस्पिरेटरी इंफेक्शन का कारण बन रही हैं. यह इंफेक्शन मुख्य रूप से वायरस, बैक्टीरिया या फंगस के कारण होता है, जो कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को जल्दी प्रभावित करता है.

रिस्पिरेटरी इंफेक्शन यानी श्वसन तंत्र से जुड़ा संक्रमण, जो हमारी सांस की नली और फेफड़ों को प्रभावित करता है. यह दो तरह का होता है अपर और लोअर रिस्पिरेटरी इंफेक्शन. अपर इंफेक्शन में नाक, गला और साइनस प्रभावित होते हैं, जबकि लोअर इंफेक्शन फेफड़ों तक पहुंच सकता है और ब्रोंकाइटिस या निमोनिया जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं.

बदलते मौसम में क्यों बढ़ता है संक्रमण?

जैसे-जैसे मौसम बदलता है, शरीर को नई परिस्थितियों में ढलने में समय लगता है. ठंडी और शुष्क हवा से गले और नाक की नमी कम हो जाती है, जिससे वायरस जल्दी अटैक करता है. इसके अलावा, प्रदूषण, धूल-मिट्टी और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.

ये लक्षण दिखें तो सतर्क हो जाएं

अगर किसी को लगातार खांसी, गले में खराश, छींक आना, हल्का बुखार और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं हो रही हैं तो यह रिस्पिरेटरी इंफेक्शन का खतरा हो सकता है. गंभीर मामलों में सीने में जकड़न और तेज बुखार भी हो सकता है. ऐसी स्थिति बनने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

संक्रमण से बचने के लिए क्या करें?

संक्रमण से बचने के लिए सबसे जरूरी है इम्यूनिटी मजबूत रखना. इसके लिए आंवला, शहद, हल्दी और तुलसी का सेवन करें. ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और गर्म सूप या हर्बल चाय को डाइट में शामिल करें. बाहर जाते समय मास्क पहनें और बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.

ठंडे खाने-पीने से बचें, आराम करें

इस मौसम में ठंड से बचने की जरूरत है, खासकर खानपान में ठंडी चीजों को परहेज करें. जैसे आइसक्रीम और ठंडे पेय पदार्थ को पीने से बचे. क्योंकि कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम और ठंडी चीजों के सेवन से संक्रमण फैलने का खतरा अधिक रहता है. इस मौसम में पूरी नींद लें और शरीर को आराम दें, ताकि संक्रमण से जल्दी रिकवरी हो सके.