विकास चौहान,लूंगा,04 मई (वेदांत समाचार)। छत्तीसगढ़ के लैलूंगा विकासखंड की ग्राम पंचायत गुनु में फरवरी और मार्च 2025 में सरकारी राशन वितरण पूरी तरह से ठप है। इस लापरवाही के कारण गांव के गरीब परिवार भुखमरी की कगार पर पहुँच गए हैं। स्थानीय राशन दुकान दो महीने से बंद पड़ी है, और संचालक गायब है।
ग्रामीणों का आरोप है कि राशन की कालाबाजारी हो रही है, और जब उन्होंने पूछताछ की तो उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। महिलाओं और बुज़ुर्गों को भीषण गर्मी में घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद खाली हाथ लौटना पड़ा है।
ग्रामवासी रामू साहू ने बताया कि उनके पास राशन कार्ड है, लेकिन दो महीने से एक दाना भी नहीं मिला। बच्चों को भूखा सुलाना पड़ रहा है। संचालक कुछ बोलता नहीं, और प्रशासन का कोई अता-पता नहीं। एक अन्य महिला, सीता बाई, ने बताया कि वे मजबूरी में निजी दुकानों से महंगे दाम पर अनाज खरीद रहे हैं।
इस मामले में जब राशन दुकान संचालक से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो वह अनुपलब्ध मिले। स्थानीय खाद्य निरीक्षक और विकासखंड प्रशासन से भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से लिखित शिकायत की है और मांग की है कि संबंधित संचालक के विरुद्ध जांच एवं कार्रवाई की जाए, राशन वितरण को तत्काल बहाल किया जाए, और भविष्य में नियमित निगरानी की व्यवस्था हो।
यह मामला छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्रों में चल रही राशन प्रणाली की खामियों को उजागर करता है। जर्जर दुकानें, अकुशल निगरानी और लापरवाह संचालक गरीबों की ज़िंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। यदि प्रशासन शीघ्र हस्तक्षेप नहीं करता, तो गुनु में जन आक्रोश और गहरा सकता है और इसकी चिंगारी अन्य गाँवों तक फैल सकती है।