कोरबा,16 अप्रैल। कई करोड़ रुपए खर्च कर कोरबा में राताखार बायपास रोड पर नगर पालिका निगम के द्वारा पिछले वर्षों में तैयार की गई मल्टीलेवल पार्किंग अभी भी इस स्वरूप में है। आगामी दिनों में इसकी उपयोगिता क्या होगी ,इस पर यूपीसीएस निर्णय करेगा। इससे पहले प्रोजेक्ट की वाइट वॉशिंग कराई जा रही है। कोरबा शहर में बढ़ते आवागमन और सडक़ों पर लगता जाम की समस्या से निपटने के लिए जरूरी हो गया था कि एक विस्तृत पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
नगर पालिका निगम कोरबा ने पिछले वर्षों में इस बात को ध्यान में रखते हुए प्लानिंग की और मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण पर करोड़ों रुपए खर्च किया। स्ट्रक्चर खड़ा तो हो गया लेकिन इसकी उपयोगिता तय नहीं हो सकी। यह बात अलग रही कुछ कार्यों को अधूरा छोडक़र कांटेक्ट एजेंसी ने हाथ खड़े कर दिए। इस चक्कर में इस भारी भरकम स्ट्रक्चर का कोई उपयोग नहीं हो सका और यह आलोचनाओं के साथ-साथ सवालों के घेरे में आ गई। कुछ समय पहले यहां नशेडिय़ों के अलावा अराजक तत्व ऑन के जमावड़े और उनकी गतिविधियों से नाम भी खराब हुआ। पुलिस को इस बारे में जानकारी मिली तो उसने अभियान चला कर कार्रवाई की। उसके बाद से ही लग रहा था कि इस बिल्डिंग के दिन सुधर सकते हैं। जानकारी के अनुसार इस बड़े प्रोजेक्ट को उपयोगी बनाने के लिए नगर पालिक निगम ने कानूनी लड़ाई लड़ी और अब वह सही रास्ते पर जा रहा है। संभव है कि अगले वर्ष तक इसकी उपयोगिता पर फैसला हो जाए।
8 माह में होगा बाकी कार्य
अब तक तो यह मल्टी लेवल पार्किंग ही है। जिस कॉन्टैक्टर के द्वारा काम को बीच में छोड़ा गया था उसे पर नगर निगम में कोर्ट में कैस लगाया और जीत लिया। अधूरे काम को 8 माह में पूरा करने के लिए कोशिश जारी है। भविष्य में मल्टीलेवल पार्किंग का किस रूप में उपयोग किया जाएगा, अर्बन पब्लिक सिविल सोसाइटी इस बारे में निर्णय लेगी। कलेक्टर इसमें अध्यक्ष और निगम आयुक्त सचिव है। -आशुतोष पांडेय, निगम आयुक्त