देहरादूनढ़,29मई 2025। उत्तराखंड के देहरादून से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां कालसी क्षेत्र में एक पटवारी, गुलशन हैदर, को विजिलेंस टीम ने 26 मई को 2,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। यह रिश्वत डोमिसाइल सर्टिफिकेट जारी करने के लिए ली जा रही थी। लेकिन पकड़े जाने पर पटवारी ने फुर्ती दिखाते हुए चार 500-500 रुपये के नोट निगल लिए, ताकि सबूत मिटाया जा सके।
विजिलेंस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पटवारी को अस्पताल ले जाकर CT स्कैन करवाया, लेकिन स्कैन में नोटों का कोई निशान नहीं मिला। सबूत के अभाव में पटवारी को छोड़ना पड़ा। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि विजिलेंस के पास वॉइस रिकॉर्डिंग या गवाहों के बयान जैसे अन्य सबूत हो सकते हैं, जिनके आधार पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आगे की कार्रवाई हो सकती है।
यह घटना स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोग इस मामले को लेकर भ्रष्टाचार पर सवाल उठा रहे हैं, खासकर जमीन और सर्टिफिकेट से जुड़े मामलों में। मध्य प्रदेश में भी हाल ही में इसी तरह की घटनाएं सामने आई हैं, जहां पटवारियों ने रिश्वत के पैसे निगलकर सबूत नष्ट करने की कोशिश की थी।
विजिलेंस अधिकारियों ने संकेत दिया है कि इस मामले की जांच जारी है और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। स्थानीय लोग इस घटना को लेकर प्रशासन से पारदर्शिता और कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।