Vedant Samachar

KORBA BREAKING : लाइन पर पेड़ गिरा, अंधेरे में डूबा पीएच रोड और दर्री रोड इलाका

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हवा के तेज दबाव के कारण शुक्रवार को भारी भरकम पेड़ के विद्युत लाइन पर गिरने से सप्लाई

कोरबा,04 मई 2025(वेदांत समाचार)। मौसम की मनमानी से पिछले 4 दिन से कोरबा में जनजीवन असामान्य बना हुआ है। कहीं जल भराव तो कहीं संपत्ति को नुकसान और विभिन्न क्षेत्रों में विद्युत सप्लाई बाधित है। हवा के तेज दबाव के कारण शुक्रवार को भारी भरकम पेड़ के विद्युत लाइन पर गिरने से सप्लाई डिस्टर्ब हो गई। पावर हाउस रोड और दरी रोड क्षेत्र के लोगों ने पूरी रात अंधेरे में गुजारी। आज सुबह भी यही हाल रहा। वितरण कंपनी के द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।

छत्तीसगढ़ पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के कोरबा सुप्रिंटिंडिंग इंजीनियर पीएल सिदार ने बताया कि मौसम बिगडऩे के कारण कई प्रकार की प्रतिकूल स्थिति शहरी क्षेत्र में निर्मित हुई है। बताया गया कि अनेक स्थान पर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई इन कारणों से डिस्टर्ब हुई। मैदानी अमले के साथ सुधार कार्य शुरू कराया गया। फॉल्ट मिलने के साथ काम को सामान्य करने में बहुत देर नहीं लगी। लेकिन जहां पर काफी तगड़े फॉल्ट सामने आए, वहां परेशानियां जरूर ज्यादा है। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी ने बताया कि कोरबा के पावर हाउस रोड और दर्री रोड मैं सप्लाई से संबंधित एक लाइन पर शुक्रवार को दोपहर बाद एक जगह भारी भरकम पेड़ के गिरने की घटना हुई।

इस दौरान किसी प्रकार की जनता नहीं तो नहीं हुई लेकिन विद्युत लाइन को नुकसान पहुंचा और सप्लाई ठप्प हो गई। मामला गंभीर था इसलिए सतर्कता के स्तर पर कार्य किए गए। तात्कालिक तौर पर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन का अपेक्षित सहयोग नहीं मिल सका और इसके चलते स्थिति को सामान्य करने में दिक्कत हुई। संबंधित समस्या का निराकरण करने के लिए संसाधन और मैनपॉवर को आज डिप्लॉय किया गया है। संभावना है कि समस्या वाले क्षेत्रों में दोपहर तक बिजली आपूर्ति बहाल कर ली जाएगी।

लोगों को होना पड़ा परेशान

एक तो गर्मी का मौसम, ऊपर से भारी भरकम बारिश के साथ दुश्वारियां सामने आ गई। ऐसे में जीव जंतु के खतरे की आशंका मजबूत हो जाती हैं। इन सब के बीच बिजली नहीं होने से लोगों को कई प्रकार की समस्याओं से पूरी रात गुजारनी पड़ी। वैकल्पिक साधनों की उपलब्धता से सीमित परिवारों को रात में चैन मिला लेकिन सामान्य परिवारों के पास मच्छरों से जूझने अथवा रथ जगह करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं रहा।

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