कोरबा में अवैध खनिज का परिवहन और दोहन: प्रशासन की लापरवाही से माफियाओं का मनोबल बढ़ रहा है

कोरबा, 20 मार्च 2025। कोरबा जिले में अवैध खनिज का परिवहन और दोहन एक बड़ा मुद्दा बन गया है। प्रशासन की लापरवाही के कारण माफियाओं का मनोबल बढ़ रहा है और वे अवैध खनन और परिवहन में लिप्त हो रहे हैं।

इस मामले में दूसरे जिलों की तुलना में कोरबा जिले में सख्त कार्रवाई का अभाव देखने को मिल रहा है। बिलासपुर जिले के कोटा थाना की पुलिस ने हाल ही में 20 ट्रैक्टर और दो हाईवे रेत पकड़कर माफियाओं में हड़कंप मचा दिया था।

कोरबा जिला लंबे समय से रेत माफियाओं के लिए एक सुरक्षित ठिकाना बना हुआ है। शासन द्वारा निर्धारित किए गए खनन नियमों को ताक पर रखकर अवैध खनन और परिवहन किया जा रहा है। इसकी आड़ में नदियों की बर्बादी बेधड़क की जा रही है।

भंडारण नियमों का कोई मापदंड नहीं रह गया है। भर्राशाही इस तरह है कि जो जहां जैसे पा रहा है, वैसे रेत खोद कर मनमाने तरीके से भंडारण कर कुछ सही तो बहुत कुछ फर्जी रायल्टी पर्ची के आधार पर सरकारी से लेकर निजी निर्माण में रेत खपा रहा है।

अवैध रेत का कारोबार एक बड़े उद्योग की तरह तेजी से फल-फूल और फैल रहा है। उरगा थाना क्षेत्र से लगे ग्राम भिलाई खुर्द से होकर बहने वाली नदी और इससे लगी एसईसीएल की जमीन का उपयोग अवैधानिक तरीके से किया जा रहा है।

इस मामले में जनप्रतिनिधियों की खमोशी भी आश्चर्यकारी है। वे जानते-समझते हैं लेकिन करते कुछ नहीं। बैठकों में निर्देश देना तो एक औपचारिकता साबित होने लगी है, निर्देश का पालन हवा-हवाई….।

इस बीच मंगलवार को दो ट्रेक्टर शहर के नहर मार्ग से गुजरते वक्त पकड़कर पुलिस अभिरक्षा में कोतवाली थाना परिसर में खड़े कराए गए जो गंगापुरी व सज्जाद के बताए जाते हैं।