जानें कब और कैसे खाएं?
सूखे मेवों में शामिल मखाने के अनगिनत हेल्थ बेनिफिट्स होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स कैल्शियम फाइबर प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पाचन को बेहतर बना सकते हैं। इस ड्राई फ्रूट को बिना गरम किए भी खाया जा सकता है। कई लोग इसे रोस्ट करके खाना पसंद करते हैं। आयुर्वेद के अनुसार इसमें एंटी एजिंग गुण मौजूद होते हैं। यह जोड़ों के दर्द में भी लाभ पहुंचा सकता है। मखाने की सबसे अच्छी बात ये है कि इसकी तासीर ठंडी बताई जाती है। इसलिए इसका सेवन किसी भी मौसम में किया जा सकता है।
इन परेशानियों में कारगर है मखाना:
मखाने में कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है इसलिए इसे वजन घटाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। इसके सेवन से दिल के सेहत को सही रखने में मदद मिलती है। हड्डियों को मजबूती देने के लिए भी मखाने का उपयोग अच्छा माना जाता है। बार-बार मांसपेशियों की अकड़ने की दिक्कत में मखाना खाना फायदेमंद होता है। इसमें कैलोरी, सोडियम और फैट की मात्रा ना के बराबर होती है इसलिए मखाना आपके बालों और त्वचा के लिए भी कई तरह से उपयोगी होता है। आयुर्वेद के मुताबिक, इसके रोजाना सेवन से गठिया के दर्द, शारीरिक कमजोरी, झुर्रियों से निजात पाने के लिए और दस्त को रोकने के लिए भी इसे डाइट में शामिल किया जा सकता है।
मखाना खाने का सही समय?
मधुमेह जैसी कई गंभीर बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए मखाना फायदेमंद माना जाता है। रोजाना खाली पेट सुबह के वक्त 4 से 5 मखाने का सेवन आयुर्वेद में अच्छा बताया गया है। मखाने को घी में भूनकर या दूध के साथ खाया जा सकता है। मखाने का चूर्ण बनाकर दूध में मिलाकर भी पिया जा सकता है। मखाने की पत्ती को पीसकर गर्म करके उसका लेप भी लगाया जा सकता है। कुछ दिनों तक लगातार इनका सेवन करना कई अन्य लाभ पहुंचा सकता है। जो लोग तनाव-चिंता और अनिद्रा जैसी परेशानियों से गुजर रहे हैं, उनकी अच्छी नींद के लिए गर्म दूध के साथ मखाने रात में सोते वक्त खाना स्वास्थ्यवर्धक बताया गया है।
(डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।)