बिलासपुर, 21 मार्च (वेदांत समाचार)। एसईसीएल ने अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहल ‘एसईसीएल के सुश्रुत’ के साथ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह योजना भारत सरकार के डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) पोर्टल पर सूचीबद्ध होने वाली कोयला मंत्रालय के तहत किसी भी कोयला पीएसयू की पहली और एकमात्र सीएसआर योजना बन गई है।
डीबीटी पहल को भारत सरकार द्वारा लाभ और सब्सिडी के वितरण को सुधारने के उद्देश्य से शुरू किया गया है, ताकि लाभार्थियों के बैंक खातों में सीधे फंड ट्रांसफर किए जा सकें जिससे संसाधनों का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जा सके। वर्तमान में, डीबीटी पोर्टल में 55 मंत्रालयों की लगभग 325 योजनाएँ सूचीबद्ध हैं, जो स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और सामाजिक कल्याण जैसे विभिन्न क्षेत्रों को कवर करती हैं।
वर्ष 2023 में शुरू की गई ‘एसईसीएल के सुश्रुत’ एसईसीएल की प्रमुख शैक्षिक सीएसआर पहल है, जिसका उद्देश्य नीट की तैयारी कर रहे छात्रों को नि:शुल्क मेडिकल कोचिंग प्रदान करना है। यह योजना छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कोयला खनन क्षेत्रों के मेधावी एवं वंचित वर्ग के 40 बच्चों को निशुल्क आवासीय कोचिंग प्रदान करती है जिससे उन्हें चिकित्सा क्षेत्र में करियर बनाने के लिए आवश्यक संसाधन और मार्गदर्शन मिल सके।
योजना के पहले बैच में, 40 में से 39 छात्रों ने नीट 2024 परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण की। इनमें से 11 छात्रों ने एमबीबीएस में, 2 ने बीडीएस में, 2 ने बीएएमएस में, 2 ने बीपीटीएच में और 2 छात्रों ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में वेटरनरी कोर्स में प्रवेश प्राप्त किया।
डीबीटी पोर्टल में शामिल होने के साथ, ‘एसईसीएल के सुश्रुत’ योजना अब लाभार्थियों तक और अधिक कुशलता, पारदर्शिता और सुगमता के साथ लाभ पहुंचा सकेगी।