भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की केंद्र सरकार ने 11 साल पूरे कर लिए हैं। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में प्रेस वार्ता कर बीते वर्षों की उपलब्धियों को साझा किया। सीएम योगी ने कहा कि बीते 11 वर्षों में देश ने कई ऐतिहासिक मुकाम हासिल किए हैं। वैश्विक मंच पर भारत की छवि पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हुई है और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का सपना साकार होता दिख रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी के 11 साल को बताया स्वर्णिम काल
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बीते 11 वर्षों का यह कार्यकाल भारत को एक विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी साख बनाई, बल्कि 140 करोड़ देशवासियों के मन में भरोसा भी जगाया है।
कांग्रेस सरकारों पर साधा निशाना
सीएम योगी ने कहा कि आजादी के बाद 65 वर्षों तक कांग्रेस की अस्थिर सरकारों के कारण जनता का विश्वास बार-बार टूटा। उस समय भारत की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमजोर हो गई थी। लेकिन पिछले 11 वर्षों में पीएम मोदी के नेतृत्व ने तुष्टिकरण की राजनीति से मुक्ति दिलाते हुए, एक सशक्त और समावेशी भारत की नींव रखी है।
आर्थिक मोर्चे पर भारत की नई पहचान
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इन वर्षों में भारत ने आर्थिक रूप से भी खुद को मजबूत किया है। सरकार की कार्यप्रणाली अब पारदर्शी और जवाबदेह है। अब सरकारी योजनाओं का लाभ चेहरा देखकर नहीं, बल्कि पात्रता के आधार पर दिया जा रहा है। सरकार अब तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण के सिद्धांत पर काम कर रही है। ‘मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस’ का मॉडल अब जमीन पर दिख रहा है।
भारत की सैन्य शक्ति का भी किया जिक्र
मुख्यमंत्री ने देश की सुरक्षा नीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि अब भारत की छवि सिर्फ शांति पसंद देश की नहीं रही। अब अगर कोई भारत पर हमला करता है या आतंकवाद फैलाता है, तो जवाब सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और हालिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी कार्रवाई के रूप में दिया जाएगा। दुनिया ने अब भारत की ताकत को न सिर्फ देखा है बल्कि उसे स्वीकार भी किया है।
पंच प्रण की दिलाई याद
सीएम योगी ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने देश को ‘पंच प्रण’ का संकल्प दिलाया था। इसमें शामिल हैं, विकसित भारत का निर्माण, गुलामी की मानसिकता से मुक्ति, हमारी विरासत पर गर्व, राष्ट्रीय एकता और नागरिकों का कर्तव्य पालन। उन्होंने कहा कि इन्हीं पांच प्रणों के जरिए देश को आगे ले जाया जा रहा है।