मुंबई,24मई 2025 : अमेरिका का सबसे छोटा वैल्यू वाला सिक्का, ‘पैनी’ (1 सेंट), जल्द ही इतिहास बन सकता है. अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने घोषणा की है कि 2026 की शुरुआत से नए पैनी सिक्कों का प्रोडक्शन बंद कर दिया जाएगा. यह फैसला सिक्के के निर्माण लागत में खर्च होने वाला पैसा और इसके लिमिटेड इस्तेमाल को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. इस फैसले से हर साल 477 करोड़ की बचत होगी.
हर साल होगी 477 करोड़ की बचत
वर्तमान में, एक पैनी सिक्का बनाने की लागत लगभग 3.7 सेंट (करीब ₹3.08) है, जो इसके प्रिंटेड मूल्य से लगभग चार गुना अधिक है. 2024 में, अमेरिकी मिंट ने 3.17 बिलियन पैनी सिक्के बनाए, जिस पर लगभग $85 मिलियन (करीब ₹710 करोड़) खर्च हुए. इस उत्पादन को बंद करने से सरकार को हर साल लगभग $56 मिलियन (करीब ₹477 करोड़) की बचत होगी.
क्या होगा मौजूदा सिक्कों का?
हालांकि नए पैनी सिक्कों का उत्पादन बंद किया जाएगा, लेकिन पहले से प्रचलन में मौजूद सिक्के वैध मुद्रा बने रहेंगे. अमेरिका में वर्तमान में लगभग 114 बिलियन पैनी सिक्के प्रचलन में हैं.
नकद लेन-देन पर प्रभाव
पैनी के उत्पादन बंद होने के बाद, नकद लेन-देन में कीमतों को निकटतम 5 सेंट तक गोल किया जा सकता है, जैसा कि कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में किया जाता है. डिजिटल लेन-देन पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
पैनी सिक्का पहली बार 1793 में जारी किया गया था और 1909 से इस पर राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की छवि अंकित है. हालांकि इसका आर्थिक महत्व कम हो गया है, लेकिन यह अमेरिकी संस्कृति और इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है.