यह स्मार्टफ़ोन की श्रेणी में आता है। इसमें इंटरनेट तथा मल्टीमीडिया को चलाया जा सकता है। आईफ़ोन का नवीनतम संस्करण आईफ़ोन है। जो की स्मार्टफोन उपयोगकर्ता के बीच में प्रसिद्ध है।
एक दूसरा संस्करण, आईफोन जी, 11 जुलाई, 2008 को जारी किया गया, जिसमें 8 जीबी मॉडल के लिए 199 डॉलर और 16 जीबी मॉडल के लिए $ 299 की कम कीमत थी । इस संस्करण ने 3जी नेटवर्किंग और सहायक जीपीएस पथ-प्रदर्शन (नेविगेशन) के लिए समर्थन जोड़ा । मूल मॉडल के समतल रजत बैक और बड़े एंटीना वर्ग को चमकदार, घुमावदार काले या सफेद बैक के पक्ष में हटा दिया गया | ऐप स्टोर की रिलीज़ के साथ सॉफ़्टवेयर क्षमताओं में सुधार किया गया, जिसने डाउनलोड करने के लिए आईफ़ोन – अनुकूल एप्लिकेशन प्रदान किए । 24 अप्रैल 2009 को, ऐप स्टोर ने एक बिलियन डाउनलोड को पार कर लिया ।
8 जून 2009 को, एप्पल ने आईफ़ोन जीएस की घोषणा की। इसने फ़ोन को एक वृद्धिशील अद्यतन प्रदान किया, जिसमें तेज आंतरिक घटक, तेज 3जी गति , वीडियो रिकॉर्डिंग क्षमता और आवाज नियंत्रण के लिए समर्थन शामिल है।
7 जून 2010 को वर्ल्डवाइड डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस (डब्ल्यूडब्ल्यूडीसी) में, एप्पल ने पुन: डिज़ाइन किए गए आईफ़ोन 4 की घोषणा की । . इसमें 960 × 640 डिस्प्ले, एप्पल ए4 प्रोसेसर, उन्नत खेल के लिए जायरोस्कोप, एलईडी फ्लैश के साथ 5एमपी कैमरा, सामने की ओर वाला वीजीए कैमरा और फेसटाइम वीडियो कॉलिंग शामिल हैं । इसके जारी होने के कुछ समय बाद, उपभोक्ताओं द्वारा रिसेप्शन के मुद्दों की खोज की गई, जो डिवाइस के किनारों पर स्टेनलेस स्टील बैंड के कारण था, जो फोन के सेलुलर और वाई-फाई एंटीना के रूप में भी काम करता है । इस मुद्दे का समाधान बम्पर केस के माध्यम से किया गया जो कुछ महीनों के लिए सभी आईफ़ोन 4 मालिकों को मुफ्त में एप्पल द्वारा वितरित किया गया । जून 2011 में, एप्पल नोकिया को पीछे कर इकाइयों के आधार पर दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी बन गयी । 4 अक्टूबर 2011 को, एप्पल ने आईफ़ोन एस का अनावरण किया, जो पहली बार 14 अक्टूबर, 2011 को जारी किया गया । इसमें एप्पल प्रोसेसर और सिरी वॉयस असिस्टेंट तकनीक है, जो एप्पल ने 2010 में एसआरआई इंटरनेशनल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर से हासिल कर ली थी । इसमें नए ऑप्टिक्स के साथ अपडेटेड 8एमपी कैमरा भी है | एप्पल ने आईफोन 4एस के साथ एक नया अभिगम्यता (एक्सेसिबिलिटी) फीचर शुरू किया, मेड फॉर आईफोन श्रवण – संबंधी उपकरण (हियरिंग एड)| मेड फॉर आईफोन श्रवण – संबंधी उपकरण में लाइव लिसन फीचर है, यह उपयोगकर्ता को शोर भरे कमरे में बातचीत सुनने में मदद कर सकता है या कमरे के पार किसी को बोलते हुए सुनने में मदद कर सकता है | एप्पल ने उपलब्धता के पहले तीन दिनों में ही 4 मिलियन आईफोन 4एस फोन बेचे ।
टेक्नोलॉजी डेस्क, इंदौर। टेक्नोलॉजी की दुनिया में क्रांति लाने वाली कंपनी Apple अब फोल्डेबल स्मार्टफोन की दौड़ में शामिल होने जा रही है। एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक Apple 2026 की दूसरी छमाही में अपना पहला Foldable iPhone लॉन्च कर सकता है।
इस डिवाइस के लिए Apple ने Samsung Display के खास OLED पैनल्स को चुना है, जो फोल्डेबल डिस्प्ले की क्रीज को काफी हद तक कम करने में सफल रहे हैं। माना जा रहा है कि यह फोन प्रीमियम सेगमेंट में आएगा। इसकी कीमत $2,300 (लगभग 1.97 लाख रुपये) तक हो सकती है।
Samsung Display बनेगा अहम पार्टनर
रिपोर्ट्स के अनुसार Apple अपने फोल्डेबल iPhone के लिए केवल Samsung Display के OLED पैनल्स का इस्तेमाल करेगा। LG Display और BOE जैसे प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हुए सैमसंग को यह अहम जिम्मेदारी दी गई है।
Samsung ने अपने उन्नत डिस्प्ले टेक्नोलॉजी से इनर क्रीज को काफी कम कर दिया है, जो फोल्डेबल फोन की सबसे बड़ी तकनीकी चुनौती मानी जाती है।
फीचर्स और संभावित लॉन्च टाइमलाइन
Foldable iPhone में 5.5-इंच का कवर डिस्प्ले और 7.8-इंच का इनर डिस्प्ले दिया जा सकता है। Samsung OLED स्क्रीन का प्रोडक्शन 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में शुरू करेगा।
Apple 2026 के अंत तक इस डिवाइस को बाजार में उतार सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी इस फोल्डेबल iPhone के करीब 15 मिलियन यूनिट्स प्रोड्यूस करने की योजना बना रही है।
डिजाइन और सॉफ्टवेयर कंपैटिबिलिटी पर खास ध्यान
Apple इस फोल्डेबल डिवाइस को 4:3 आस्पेक्ट रेशियो के साथ पेश कर सकता है, जो कि उसके मौजूदा iPad लाइनअप के समान होगा।
इससे सॉफ्टवेयर कंपैटिबिलिटी को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी, खासकर iOS और ऐप्स को फोल्डेबल स्क्रीन के साथ बेहतर ढंग से इंटीग्रेट करने के लिए।
मुकाबला और उम्मीदें
Apple का Foldable iPhone सीधे तौर पर Samsung, Oppo, OnePlus, Huawei, Vivo और Honor के मौजूदा फोल्डेबल फोनों को टक्कर देगा।
टेक जगत को उम्मीद है कि यह डिवाइस न सिर्फ टेक्नोलॉजी के लिहाज से बल्कि डिज़ाइन और यूज़र एक्सपीरियंस के मामले में भी नया बेंचमार्क सेट करेगा। हालांकि, इसकी असली परीक्षा 2026 में बाजार में लॉन्च होने के बाद ही होगी।