अगर आप रोजाना 6 घंटे या उससे ज्यादा लगातार बैठते हैं तो अलर्ट हो जाइए. यह आदत धीरे-धीरे आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकती है. थोड़ी-थोड़ी देर में उठकर टहलें, हल्का व्यायाम करें और अपनी बॉडी को एक्टिव रखें ताकि आप फिट और हेल्दी रह सकें.
आजकल की लाइफस्टाइल में घंटों बैठकर काम करना आम हो गया है. ऑफिस हो या घर, लोग लगातार 6-8 घंटे तक बैठकर लैपटॉप और मोबाइल में लगे रहते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्यादा देर तक बैठना आपके शरीर के लिए कितना खतरनाक हो सकता है. रिसर्च बताती हैं कि जो लोग रोजाना 6 घंटे से ज्यादा बैठते हैं, उनमें मोटापा, हार्ट डिजीज और डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. आइए जानते हैं कि ज्यादा देर तक बैठने से शरीर पर क्या असर पड़ता है और इससे कैसे बचा जा सकता है.
वजन बढ़ने का खतरा
अगर आप घंटों एक ही जगह बैठे रहते हैं, तो शरीर की कैलोरी बर्न होने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है. इससे पेट और कमर के आसपास चर्बी जमा होने लगती है और वजन तेजी से बढ़ता है.
दिल की बीमारियों का खतरा
शोध बताते हैं कि ज्यादा देर तक बैठने से हार्ट डिजीज का खतरा 30% तक बढ़ सकता है. इसकी वजह यह है कि लगातार बैठने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
डायबिटीज का रिस्क बढ़ जाता
जो लोग ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं, उनका मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है. इससे शरीर की इंसुलिन पर प्रतिक्रिया करने की क्षमता कम होने लगती है और ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है.
पीठ और गर्दन में दर्द
लगातार बैठने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव बढ़ता है, जिससे पीठ दर्द, कमर दर्द और गर्दन में अकड़न हो सकती है. लंबे समय तक गलत पोजिशन में बैठने से स्पाइनल प्रॉब्लम्स भी हो सकती हैं.
मेंटल हेल्थ पर असर
लगातार बैठे रहने और शारीरिक गतिविधि की कमी से दिमाग में ब्लड फ्लो कम हो सकता है, जिससे तनाव, चिंता और डिप्रेशन की समस्या बढ़ सकती है.
इन खतरों से बचने के ये हैं सही उपाय
हर 30-40 मिनट में ब्रेक लें: 2-3 मिनट टहलें या हल्के स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें. वर्कस्टेशन में बदलाव करें: कोशिश करें कि खड़े होकर भी काम कर सकें. फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं: लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें, ऑफिस या घर में चलते-फिरते काम करें. एक्सरसाइज को बनाएं आदत: रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक या योग करें.