अमेरिका के एक प्रयोगशाला में वैज्ञानिक एक ऐसी तकनीक पर काम कर रहे हैं जिससे मरे हुए लोगों को दोबारा जिंदा किया जा सकता है। इस तकनीक को क्रायोनिक्स कहा जाता है, जिसमें लाशों को बहुत ठंडे तापमान पर रखा जाता है ताकि उन्हें भविष्य में जिंदा किया जा सके।
इस प्रयोगशाला में कई अमीर लोगों की लाशें रखी गई हैं जिन्होंने अपनी मौत से पहले इस प्रयोगशाला को अपनी लाश देने का फैसला किया था। उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में जब इस तकनीक का विकास हो जाएगा, तो उन्हें दोबारा जिंदा किया जा सकेगा।
वैज्ञानिकों का मानना है कि यह तकनीक भविष्य में संभव हो सकती है, क्योंकि आज से सौ साल पहले चांद पर पहुंचना भी असंभव माना जाता था, लेकिन आज यह संभव हो गया है।
इस प्रयोगशाला में लाशों को रखने के लिए एक बड़ा फ्रीजर बनाया गया है जिसका तापमान बहुत ठंडा होता है। इस फ्रीजर में लाशों को रखा जाता है ताकि उन्हें भविष्य में जिंदा किया जा सके।
यह तकनीक अभी भी अपने प्रारंभिक चरण में है, लेकिन वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह भविष्य में एक बड़ी सफलता हो सकती है।