शिरडी स्थित श्री साईंंबाबा संस्थान ने अब तक के सबसे बड़े बदलावों में से एक की घोषणा की है, जिसमें दानदाताओं के लिए विशेष सेवा और सम्मान प्रदान करने के लिए एक नई दान नीति लागू की गई है। इस नीति का उद्देश्य साईं भक्तों को सम्मानपूर्वक सेवा देना और उन्हें उनकी दान राशि के आधार पर विशिष्ट सुविधाएं प्रदान करना है। इस नई योजना को संस्थान की समिति की मंजूरी मिल चुकी है। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
दान नीति के प्रमुख बिंदु इस प्रकार से है…
- VVIP दर्शन और विशेष सम्मान
अब दानदाताओं को उनकी दान राशि के आधार पर जीवन भर VVIP दर्शन की सुविधा मिलेगी। बड़े दानदाताओं को साईं बाबा को वस्त्र अर्पण करने का विशेष अवसर भी मिलेगा। - दान राशि के हिसाब से सुविधाएं
दानदाताओं को अब उनकी दान राशि के आधार पर विभिन्न प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी, जैसे कि आरती पास, प्रसाद पैकेट, पूजा कूपन, साईं साहित्य, और सम्मान चिन्ह।दान राशि के अनुसार मिलेंगी सुविधाएं…
- ₹10,000 से ₹24,999 तक के दान पर…
- 5 लोगों के लिए एक बार का आरती पास
- 5 उदी प्रसाद पैकेट
- 1 लड्डू प्रसाद पैकेट
- ₹25,000 से ₹50,000 तक के दान पर…
- दो बार के लिए आरती/दर्शन पास
- 3डी पॉकेट फोटो
- 5 उदी पैकेट
- 1 साई सच्चरित्र
- 2 लड्डू प्रसाद पैकेट
- ₹50,001 से ₹99,999 तक के दान पर…
- 2 वीवीआईपी आरती पास
- सम्मान चिन्ह
- 5 उदी पैकेट
- 1 साई सच्चरित्र
- 2 लड्डू प्रसाद
- ₹1 लाख से ₹9.99 लाख तक के दान पर…
- पहले वर्ष में 2 वीवीआईपी पास
- बाद के वर्षों में प्रति वर्ष 1 वीवीआईपी पास
- साल में एक बार निःशुल्क दर्शन
- शॉल सम्मान
- 3डी फोटो
- पूजा कूपन
- भोजन पास
- वस्त्र और प्रसाद भेंट
- ₹10 लाख से ₹50 लाख तक के दान पर…
- हर वर्ष 2 वीवीआईपी आरती पास
- एक बार प्रोटोकॉल दर्शन
- साईं बाबा को वस्त्र अर्पण
- वस्त्र भेंट
- साईं मूर्ति
- पूजा कूपन
- भोजन पास
- ₹50 लाख से अधिक के दान पर…
- आजीवन हर वर्ष 3 वीवीआईपी आरती पास
- 2 प्रोटोकॉल दर्शन पास
- वस्त्र अर्पण और भेंट
- साईं मूर्ति
- सम्मान चिन्ह
- भोजन पास
क्यों लागू की गई यह नई नीति?
संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोरक्ष गाडिलकर ने इस योजना का उद्देश्य बताते हुए कहा कि यह योजना साईं भक्तों को अधिक सम्मान और व्यवस्थित सेवा देने के लिए बनाई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि इस नई नीति के तहत श्रद्धालुओं का स्वागत और उन्हें बेहतर सेवाएं प्रदान करना संस्थान का प्रयास है।
इस नई दान नीति के माध्यम से शिरडी साईं बाबा संस्थान अब श्रद्धालुओं को बेहतर सम्मान और सुविधाएं देने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गया है। भक्तजन इस योजना के बारे में अधिक जानकारी संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।