रोहित ने मैच के बाद संन्यास की अफवाह फैलाने वाले आलोचकों से कहा, ‘मैं वनडे प्रारूप से संन्यास लेने नहीं जा रहा

दुबई,10 मार्च 2025। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने रविवार को यहां न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर तीसरी बार आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी अपने नाम करने के बाद कहा कि मुकाबले में नतीजा अपने हक में होना शानदार अहसास है। फाइनल में 76 रन की अर्धशतकीय पारी खेलकर ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ रहे रोहित ने मैच के बाद संन्यास की अफवाह फैलाने वाले आलोचकों से कहा, ‘मैं वनडे प्रारूप से संन्यास लेने नहीं जा रहा हूं। कृपया अफवाहें मत फैलाइए।’ वह इस सवाल से हैरान दिखे। उन्होंने कहा, ‘कोई फ्यूचर प्लान नहीं है। जो हो रहा है, वो चलता जाएगा।’

पिछले कुछ समय से पहली गेंद से आक्रामक तेवर अपनाने वाले कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला एक बार फिर खूब चला और उस समय जबकि टीम को उसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। हालांकि, इससे पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर और चैंपियंस ट्रॉफी के शुरुआती मैचों में बल्ला नहीं चलने पर मीडिया रिपोर्ट्स में उनके संन्यास के कयास लगाए जा रहे थे। अब उन्होंने सभी रिपोर्ट्स का खंडन किया है।

‘नतीजा पक्ष में होना सुखद अहसास’
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज में खराब फॉर्म से जूझते रहे रोहित अपने पसंदीदा प्रारूप में फॉर्म में लौटे और उनके 76 रन की बदौलत भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराया। रोहित ने जीत के बाद कहा, ‘नतीजे पक्ष में होना सुखद अहसास है।’ पिछले वनडे विश्व कप से आक्रामक बल्लेबाजी के अपने अंदाज के बारे में पूछने जाने पर उन्होंने कहा, ‘मैं स्वाभाविक रूप से ऐसा नहीं खेलता हूं लेकिन मैं ऐसा कुछ करना चाहता था। जब आप कुछ अलग करते हैं तो टीम और प्रबंधन आपके साथ होते हैं।’

‘द्रविड़ के बाद गंभीर से भी बात की’
उन्होंने कहा, ‘जब आप कुछ अलग कर रहे होते हैं तो आपको टीम और प्रबंधन का समर्थन प्राप्त होना चाहिए। मैंने पहले राहुल (राहुल द्रविड़) भाई से बात की और अब गौती (गौतम गंभीर) भाई से भी। मैं वास्तव में ऐसा करना चाहता था। मैं इन वर्षों में एक अलग शैली में खेला और अब हम इस शैली के साथ परिणाम हासिल कर रहे हैं।’

अब हमें नतीजे मिल रहे हैं’
उन्होंने कहा, ‘मैंने राहुल (द्रविड़) भाई और अब गौती (गंभीर) भाई से इस पर बात की। मैं ऐसा वाकई करना चाहता था। इतने साल मैंने अलग अंदाज में खेला है और अब हमें इससे नतीजे मिल रहे हैं।’ अपने हरफनमौलाओं के बारे में उन्होंने कहा, ‘इस गहराई से मुझे खेलने की आजादी मिली और काफी मदद हुई। जडेजा आठवें नंबर पर आ रहा है जिससे खुलकर खेलने का भरोसा मिला।’

रोहित ने की केएल राहुल की तारीफ
उन्होंने केएल राहुल की तारीफ करते हुए कहा, ‘बहुत मजबूत दिमाग और वह दबाव से कभी नहीं घबराता। यही वजह है कि हम उसे बीच के ओवरों में चाहते थे। वह बल्लेबाजी करता है तो काफी ठहराव के साथ और हालात के अनुरूप खेलता है। वह हार्दिक जैसे दूसरे बल्लेबाजों को आजादी देता है।’ नौ विकेट लेने वाले वरुण चक्रवर्ती की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, ‘वह कुछ अलग है। हम इस तरह की पिचों पर खेलते हैं तो हम चाहते हैं कि बल्लेबाज कुछ अलग करे। उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला और पांच विकेट लिये थे। उसकी गेंदबाजी कमाल की है।’

विराट कोहली ने कही यह बात
विराट कोहली हालांकि बड़ी पारी नहीं खेल पाए। उन्होंने कहा, ‘यह अद्भुत रहा है, हम ऑस्ट्रेलिया के मुश्किल दौरे के बाद वापसी करना चाहते थे। अद्भुत युवाओं के साथ खेलना बहुत अच्छा लगा। वे भारत को सही दिशा में ले जा रहे हैं। इतने लंबे समय तक खेलने के बाद आप दबाव में खेलने के लिए उत्सुक होते हैं। खिताब जीतने के लिए पूरी टीम को अलग अलग मैच में आगे बढ़ना होता है।’

राहुल ने जीत के बाद का अहसास बताया
कोहली ने कहा, ‘मैं इन युवाओं से बात करने की कोशिश करता हूं, अपना अनुभव साझा करने की कोशिश करता हूं। जब आप जाते हैं तो आप बेहतर स्थिति में जाना चाहते हैं। गिल, श्रेयस, राहुल ने कई प्रभावशाली पारियां खेली हैं। टीम अच्छे हाथों में है।’ वहीं, केएल राहुल ने मैच के बाद कहा, ‘संयम रखना अहम था, खुश हूं कि इस बार ऐसा कर सका। मैंने पांच में से तीन मैच में ऐसी ही परिस्थितियों में बल्लेबाजी की है। शब्दों में बयां करना मुश्किल है।’

भारत ने तीसरी बार जीता खिताब
कप्तान रोहित शर्मा के बल्ले के कमाल और स्पिनरों के धमाल के दम पर भारत ने न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर रिकॉर्ड तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की। इस मैच से पहले रोहित के संन्यास की अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन उन्होंने अपने चिर परिचित फॉर्म में लौटकर आलोचकों के मुंह बंद कर दिए। उनकी कप्तानी में यह टी20 विश्व कप 2024 के बाद भारत ने दूसरा आईसीसी खिताब जीता। भारत ने टूर्नामेंट में एक भी मैच गंवाये बिना 2002 और 2013 के बाद तीसरी बार खिताब जीता। कोई दूसरी टीम तीन बार यह ट्रॉफी नहीं जीत पाई है।