जम्मू-कश्मीर,15 मई 2025: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। वे श्रीनगर पहुंचे, जहां जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी उनके साथ थे। राजनाथ सिंह ने सेना के अफसरों और जवानों से मुलाकात की और उन्हें ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए बधाई दी। राजनाथ सिंह चिनार कॉर्प्स के मुख्यालय गए, जहां उन्हें सेना के कमांडरों ने मौजूदा सुरक्षा स्थिति की जानकारी दी। यह दौरा हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले और इसके जवाब में किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद उनका पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है।
राजनाथ सिंह ने क्या कहा?
बादामी बाग छावनी में जवानों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, “मैं यहां एक रक्षा मंत्री के साथ-साथ एक भारतीय नागरिक के रूप में आया हूं, आपके साहस को सलाम करने। आपने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में जो वीरता दिखाई, उससे पूरा देश गर्व से भर गया।” उन्होंने आगे कहा कि हमारे सैनिकों ने जिस तरीके से पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह किया, उससे दुश्मन कभी नहीं उबर पाएगा। रक्षा मंत्री ने कहा, “आपने ना सिर्फ जोश दिखाया, बल्कि होश और सूझबूझ के साथ काम किया। पाकिस्तान को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी है।”
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने हमला किया था। इसके जवाब में 7 मई को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इसमें कई बड़े आतंकी मारे गए। इसके बाद हालात काफी तनावपूर्ण हो गए और दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट आ गई। जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के 14 सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया।
सीजफायर की मांग पर क्यों आया पाकिस्तान?
भारत की जवाबी कार्रवाई से घबराकर पाकिस्तान ने 10 मई को भारत को सीजफायर (गोलीबारी रोकने का प्रस्ताव) दिया। इसके बाद दोनों देशों ने आपसी बातचीत के बाद सीजफायर लागू कर दिया है।