नई दिल्ली,19मई 2025 : आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को एशिया की प्रमुख एशियन लीडरशिप कॉन्फ्रेंस (ALC-2025) में मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल होने का निमंत्रण मिला है। यह कॉन्फ्रेंस साउथ कोरिया के सियोल में 21-22 मई को आयोजित की जाएगी। इस कॉन्फ्रेंस को “पूर्व का दावोस” कहा जाता है, और इसमें दुनिया भर के बड़े नेताओं का जमावड़ा होता है। राघव चड्ढा इस सम्मेलन में गवर्नेंस में इनोवेशन, भारत की ताकत और भविष्य के बारे में अपने विचार साझा करेंगे।
जानें कौन-कौन नेता होंगे शामिल?
इस सम्मेलन में प्रमुख नेता और विशेषज्ञ शामिल होंगे, जिनमें ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, एशिया फाउंडेशन की प्रेसिडेंट लॉरेल ई. मिलर, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट, और अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोंपियो जैसे लोग शामिल हैं। इसके अलावा, 320 से ज्यादा वैश्विक नेताओं और 2,500 से अधिक लोग इस सम्मेलन में भाग लेंगे।
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इस साल की एशियन लीडरशिप कॉन्फ्रेंस का विषय “राष्ट्रों का उदय: बड़ी तरक्की की राह” है। यह थीम दक्षिण कोरिया की आजादी की 80वीं सालगिरह और कोरियाई युद्ध की 75वीं सालगिरह के मौके पर रखा गया है। इस सम्मेलन में हेल्थ, क्लाइमेट चेंज और ज्योपॉलिटिकल कॉन्फ्लिक्ट जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी, ताकि इन समस्याओं का समाधान निकाला जा सके।
राघव चड्ढा का बयान
राघव चड्ढा ने एशियन लीडरशिप कॉन्फ्रेंस में शामिल होने पर गर्व जताते हुए कहा कि यह भारत और उसके युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने कहा कि एशिया आज बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है, और इस मंच से भारत का अनुभव और दृष्टिकोण साझा करना उनके लिए सम्मान की बात है। सांसद राघव चड्ढा ने यह भी कहा कि वह ऋषि सुनक, माइक पोंपियो और लॉरा लेसी जैसे दिग्गज नेताओं के साथ मंच साझा करने को लेकर सम्मानित महसूस करते हैं। यह भारत की विकास यात्रा, युवा नेतृत्व, लोकतंत्र और वैश्विक सहयोग को प्रमुख मंच पर दिखाने का एक शानदार अवसर है।