रायगढ़,07 मई 2025(वेदांत समाचार) : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में एक प्लांट कर्मचारी से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 91 लाख रुपए ठग लिए गए। जब इसकी जानकारी पीड़ित को हुई, तो उसने थाना में सूचना दी। जहां पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए 3 ठगबाजों को देहरादून से गिरफ्तार कर लिया है। मामला खरसिया थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक बोतल्दा का रहने वाला राजेश गबेल को 22 फरवरी वाट्सअप लिंक के माध्यम से एक ग्रुप में जोड़ा गया। जिसमें शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 5 से 7 प्रतिशत का प्रलोभन दिया गया।
ऐसे में राजेश ठगबाजों के जाल में फंस गया और ठगबाजों ने समारा प्रो एप डाउनलोड कराया। इसके बाद ठगों ने किस्त में रुपए निवेश कराते हुए 91 लाख रुपए निवेश करा लिया और जब राजेश ने निवेश किए गए शेयरों को बेचने का प्रयास किया, तो शेयर नहीं बेचा सका।
ऐसे में उसे ठगी का अहसास होने लगा। इसके बाद राजेश ने अपने स्तर पर समारा प्रो एप का पता कराया, लेकिन कुछ पता नहीं चलने पर उसने खरसिया थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराया। जहां पुलिस ने मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले में जांच शुरू की।
रुपए देहरादून के बैंक खातों में ट्रांसफर हुए
इसके बाद साइबर सेल व खरसिया पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई। जांच में यह बात सामने आया कि राजेश का रुपए देहरादून स्थित बैंक के खातों में ट्रांसफर हुआ है।
जिसके बाद पुलिस देहरादून पहुंची और जांच करने पर देहरादून के डॉडी मोथस्से वाला रोड वार्ड क. 85 में रहने वाला खाता धारक शेखर थपलियाल 34 साल का पता चला। ऐसे में पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और पूछताछ में कुलदीप सिंह रावत व आशीष अग्रवाल का नाम सामने आया है।
आरोपी ऐसे करता था ठगी
जिसके बाद पुलिस ने लोकल पुलिस की मदद से दोनों को हिरासत में ले लिया। इसके बाद पूछताछ में पता चला कि आशीष अग्रवाल अलग-अलग लोगों से बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर लेकर उन्हें कमीशन देकर उनके मोबाइल नंबर से लिंक शेयर करता था। तब फर्जी ट्रेडिंग कंपनी के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाता था। ताकि पकड़े जाने पर वह नहीं पकड़ाए।
55 ऑनलाईन धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज
पुलिस ने जब जांच किया, तो यह बात भी सामने आयी कि इस गिरोह के द्वारा उपयोग किए गए मोबाईल नंबरो के खिलाफ उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों में 55 ऑनलाईन धोखाधड़ी की शिकायते दर्ज है।
जिसमें करीब 6 करोड़ रुपए के लेन देन का रिकार्ड है। आरोपियों के पास से 3 मोबाइल फोन, आईडीएफसी बैंक का संयुक्त खाता चेकबुक और सील जब्त की गई है।