पतंजलि की रेनोग्रिट टैबलेट किडनी के लिए रामबाण, इस तरह करती है फायदा, रिसर्च में दावा

पतंजलि की दवा रेनोग्रिट टैबलेट किडनी की बीमारियों के इलाज में प्रभावी साबित हुई है. दवा के असर को लेकर नेचर जर्नल में भी रिसर्च प्रकाशित हुई है. इसमें बताया गया है कि पतंजलि की यह दवा बिना किसी साइड इफेक्ट के किडनी की बीमारी को ठीक कर देती है. रेनोग्रिट न केवल कैंसर की एलोपैथिक दवाओं से खराब हुई किडनी को ठीक करती है बल्कि किडनी सेल्स पर पड़ने वाले असर को भी कम कर करती है. यह दवा किडनी की गंभीर बीमारियों में भी प्रभावी है और इसका शरीर पर कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है.

रिसर्च में बताया गया है कि यह दवा शरीर में सूजन को ठीक करती है. यह किडनी की कार्य प्रणाली को बेहतर बनाती है. किडनी के स्वास्थ्य को स्वाभाविक रूप से बनाए रखने में मदद करती है. यह दवा किडनी की बीमारियों को रोकने में भी फायदेमंद है. इस दवा को पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक जड़ी बुटियों से बनाया गया है. इसमें पाषाणबेद, पलाश. वरुण. पुनर्नवामूलकासनी, गोखरू मिलाया जाता है.

आयुर्वेदिक दवा को विश्व स्तर पर मिली मान्यता

नेचल जर्नल साइंटिफिक रिपोर्ट्स दुनिया का पांचवा सबसे प्रतिष्धित जर्नल है. इस रिसर्च से यह साबित हो गया है कि पतंजति की दवा बिना किसी साइड इफेक्ट के किडनी की बीमारी को ठीक कर देती है. पतंजलि की यह दवा किडनी पर किसी दूसरी दवाओं के साइड इफेक्ट को कम कर देती है. किडनी फंक्शन को बेहतर बनाती है और इससे किडनी अपना काम बेहतर तरीके से कर सकती है. दवा शरीर से खतरनाक टॉक्सिन निकालने में भी मदद करती है. रिसर्च में बताया गया है कि रीनोग्रिट को खाने से शरीर के किसी भी अंग पर कोई भी साइडइफेक्ट नहीं होता है.

आयुर्वेद को मिलेगी नई पहचान

आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि रीनोग्रिट की यह सफलता आयुर्वेद के वैज्ञानिक प्रमाण को विश्व स्तर पर मान्या दिलाने का एक महत्वपूर्ण कदम है. आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि रीनोग्रिट किडनी की बीमारियों के इलाज में प्रभावी है यह केवल उनका दावा नहीं है. ब्लकि प्रसिद्ध अमेरिकी शोध पत्रिका नेचर जर्नल में भी इस दवा को लेकर हुई रिसर्च को प्रकाशित किया गया है.