नई दिल्ली,24मई 2025 : भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के मंच पर पाकिस्तान को बेनकाब किया है। भारत ने पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश करते हुए कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो नागरिकों और आतंकियों के बीच कोई अंतर नहीं करता। यूएन में नागरिकों की सुरक्षा पर चर्चा के दौरान भारत के स्थायी प्रतिनिधि और राजदूत हरीश पुरी ने पाकिस्तान के निराधार आरोपों का करारा जवाब दिया और पाकिस्तान की बुरी तरह खिंचाई की। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश
आपको बता दें कि यूएन में सशस्त्र संघर्ष में नागरिकों की सुरक्षा पर चल रही ओपन डिबेट के दौरान हरीश पुरी ने पाकिस्तान को सीधे निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने इस महीने की शुरुआत में जानबूझकर भारत के सीमावर्ती गांवों पर हमले किए थे, जिसमें 20 से अधिक लोग मारे गए थे और 80 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस हमले में पाकिस्तान ने मंदिरों, मस्जिदों, चर्चों और अस्पतालों को भी निशाना बनाया। हरीश पुरी ने पाकिस्तान की इस हरकत को पूरी तरह से पाखंडी बताया और कहा कि जब पाकिस्तान खुद नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डाल रहा है, तो वह यूएन के मंच से नागरिकों की सुरक्षा पर उपदेश देने का दावा कर रहा है, जो कि उसकी दोहरी नीति को स्पष्ट करता है।
भारत ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
भारत ने पाकिस्तान के निराधार आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान ने दशकों से भारत की सीमाओं पर आतंकवाद को बढ़ावा दिया है, और भारत को इस आतंकवाद का शिकार होना पड़ा है। हरीश पुरी ने मुंबई हमले और पहलगाम हमले जैसी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान का मुख्य उद्देश्य हमेशा भारत के नागरिकों को नुकसान पहुंचाना और भारत की समृद्धि, प्रगति और मनोबल को तोड़ना रहा है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान द्वारा नागरिकों और आतंकवादियों में फर्क न करने की नीति की वजह से ही वह आतंकवाद का पोषक बन चुका है।”
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का अपमान
हरीश पुरी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान का नागरिकों की सुरक्षा पर कोई भाषण देना अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का अपमान है। पाकिस्तान की ओर से किए गए आतंकवादी हमलों में हर बार भारत के नागरिक शिकार हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में पाकिस्तान के सेना के उच्च अधिकारियों को ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकवादियों के जनाजे में भाग लेते हुए देखा गया। इस उदाहरण से यह स्पष्ट हो जाता है कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो नागरिकों और आतंकवादियों के बीच कोई फर्क नहीं करता।
भारत का यह बयान पाकिस्तान के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि आतंकवाद के प्रायोजक देशों को नागरिकों की सुरक्षा पर उपदेश देने का कोई हक नहीं है। हरीश पुरी ने पाकिस्तान की नीतियों और उसके आतंकवाद को पूरी दुनिया के सामने उजागर किया और कहा कि इस तरह के झूठे आरोपों का सामना करना भारत के लिए नई बात नहीं है। पाकिस्तान को अब अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करना होगा और यह समझना होगा कि आतंकवाद का समर्थन करने से न केवल वह भारत, बल्कि पूरी अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए खतरे की घंटी बन चुका है।