हम सभी कभी-कभी स्वाद के चक्कर में ज़रूरत से ज़्यादा खा लेते हैं. त्योहारों, पार्टियों या फिर स्ट्रेस में लोग अक्सर ओवरईटिंग कर बैठते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बार-बार ज़रूरत से ज्यादा खाना हमारे शरीर को धीरे-धीरे बीमार बना सकता है? ये आदत न सिर्फ वजन बढ़ाती है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकती है. आइए जानते हैं ओवरईटिंग से होने वाली 5 खतरनाक बीमारियों के बारे में और उनसे कैसे बचा जा सकता है.
मोटापा
सबसे आम और सीधा असर ओवरईटिंग का मोटापे पर पड़ता है. जब हम रोज़ जरूरत से ज्यादा कैलोरी खाते हैं, तो शरीर उसे फैट के रूप में जमा करने लगता है. धीरे-धीरे पेट, जांघ और कमर पर चर्बी बढ़ने लगती है. मोटापा आगे चलकर हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हार्ट की बीमारी का खतरा भी बढ़ाता है.
बचाव- खाने से पहले थोड़ा पानी पी लें, इससे पेट भरा-भरा लगेगा. खाने की प्लेट छोटी रखें ताकि कम खाएं. धीरे-धीरे और चबा-चबाकर खाएं.
डायबिटीज टाइप 2
ज्यादा खाना, खासकर मीठा और तली-भुनी चीजें खाने से शरीर में इंसुलिन का संतुलन बिगड़ता है. इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है और आगे चलकर टाइप 2 डायबिटीज हो सकती है.
बचाव- खाने में फाइबर और प्रोटीन शामिल करें. मीठा और जंक फूड कम से कम खाएं. नियमित रूप से हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें.
हार्ट डिजीज
ओवरईटिंग से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ता है और गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) कम होता है. इससे धमनियों में ब्लॉकेज होने लगता है और दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है.
बचाव- संतुलित और कम वसा वाला आहार लें. फास्ट फूड और ज्यादा नमक वाली चीजों से बचें. रोजाना टहलने की आदत डालें.
लीवर फैटी डिजीज
ज्यादा और बार-बार खाना शरीर में अनचाहे फैट को बढ़ाता है, जो धीरे-धीरे लीवर में जमने लगता है. इससे लीवर की कार्यक्षमता प्रभावित होती है और यह गंभीर रूप ले सकता है.
बचाव- हेल्दी फैट जैसे ड्राई फ्रूट्स या ओमेगा-3 लें. एल्कोहॉल और ऑयली चीजों से दूरी रखें.
डिप्रेशन और थकान
ओवरईटिंग से शरीर भारी महसूस करता है और ऊर्जा की कमी लगती है. इसके अलावा ब्लड शुगर फ्लक्चुएशन की वजह से मूड स्विंग्स और डिप्रेशन जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं.
बचाव- रोज़ाना 7-8 घंटे की नींद लें. ध्यान और योग को दिनचर्या में शामिल करें. खाली समय में खाने के बजाय कोई हॉबी अपनाएं.