Vedant Samachar

सोनी सब के ‘वीर हनुमान’ में अपने आराध्य प्रभु राम से मिलनेभगवान हनुमान निकले दिव्य यात्रा पर

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मुंबई, 10 जून 2025: सोनी सब का वीर हनुमान भावनात्मक भक्ति और दिव्यता की सशक्त प्रस्तुति से दर्शकों को लगातार प्रेरित कर रहा है। इस शो में आन तिवारी मारुति के बाल रूप में, सायली सालुंखे अंजनी के रूप में, आरव चौधरी केसरी के रूप में, तरुण खन्ना भगवान शिव के रूप में, और माहिर पांधी बाली और सुग्रीव की दोहरी भूमिका में नजर आ रहे हैं। हाल के एपिसोड्स में शो एक महत्वपूर्ण और दिव्य मोड़ पर पहुंच चुका है, जहाँ भगवान हनुमान अयोध्या पहुँचते हैं, लेकिन भगवान राम (तनमय ननी) से मिलने के मार्ग में स्वयं देवता बाधाएँ उत्पन्न कर रहे हैं।

अपने अटूट विश्वास से प्रेरित होकरभगवान हनुमान प्रभु श्रीराम से मिलने अनेक कठिनाइयों को पार करते हैं। वे अकेले, भूखे, घने जंगलों में भटकते हैं, अनेक कठिन चुनौतियों का सामना करते हैं, फिर भी भक्ति की अडिग भावना से यात्रा जारी रखते हैं। प्रभु राम के लिए एक माला बनाने के संकल्प के साथ, वे कई नई बाधाओं से जूझते हैं। इसी यात्रा में उनकी मुलाकात एक रहस्यमयी किंतु दयालु व्यक्ति से होती है, जो उन्हें भक्ति का गूढ़ अर्थ समझने में मदद करता है। हनुमानजी को ज्ञात नहीं होता कि यह व्यक्ति वास्तव में भगवान शिव (तरुण खन्ना) ही हैं, जो भोला के रूप में प्रकट हुए हैं। इस मुलाकात से हनुमानजी को यह एहसास होता है कि सच्ची भक्ति का अर्थ है पूर्ण समर्पण — अपने अहंकार, भय और संदेह को त्यागकर प्रभु राम के प्रेम को शुद्ध हृदय से अपनाना।

शो में भगवान शिव की भूमिका निभा रहे तरुण खन्ना कहते हैं, “जब भी मैं रुद्राक्ष पहनकर महादेव के रूप में पर्दे पर आता हूं, एक अलग ही जिम्मेदारी और श्रद्धा का भाव मुझे घेर लेता है। यह सिर्फ संवाद और अभिनय का विषय नहीं है, बल्कि शिव की शांति, करुणा और ब्रह्मांडीय शक्ति को आत्मसात करने की बात है। आने वाले ट्रैक में मैं भोला नाम के एक साधारण, रहस्यमय पुरुष के रूप में प्रकट होता हूं, जो हनुमानजी को भक्ति का सार समझाने में मदद करता है। यह कहानी एक सभी के लिए संदेश देती है — कि सच्ची भक्ति बड़े प्रदर्शन में नहीं, बल्कि अपने अहंकार को त्यागकर ईश्वर के प्रेम पर भरोसा करने में है। एक पिता होने के नाते ये कहानियाँ मेरे मन में और भी गहराई से उतरती हैं। मैं अक्सर सोचता हूं कि मैं अपने बेटे का मार्गदर्शन कैसे करता हूं — बलपूर्वक नहीं, बल्कि करुणा और बुद्धि के साथ, जैसे शिव अपने भक्तों के साथ करते हैं।”

देखना न भूलें ‘वीर हनुमान’, सोमवार से शनिवार, शाम 7:30 बजे, सिर्फ सोनी सब पर!

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