नई दिल्ली,17जून 2025 : कैलिफ़ोर्निया से लेकर न्यूयॉर्क तक अगर आप भी खाने में रंग-बिरंगे जेली, ड्रिंक्स और स्नैक्स के फैन हैं, तो यह खबर आपके लिए हैरानी से कम नहीं. दुनिया की दिग्गज फूड कंपनी Kraft Heinz ने बड़ा फैसला लिया है. 2027 तक वह अपने सभी अमेरिकी प्रोडक्ट्स से नकली और केमिकल युक्त रंग (FD&C Dyes) को पूरी तरह हटाने जा रही है. यानी अब आपकी पसंदीदा मैकरोनी या रंगीन कूल-एड, पहले जैसे दिखेंगे नहीं लेकिन होंगे और भी हेल्दी.
यह कदम न सिर्फ स्वाद को और साफ-सुथरा बनाने की दिशा में है, बल्कि कंपनी का इरादा है स्वस्थ विकल्पों को अपनाकर अमेरिका के खाने की प्लेट को ज़्यादा नेचुरल और सुरक्षित बनाना. हेल्थ रेगुलेटर्स और पैरंट्स की बढ़ती चिंताओं के बीच, ये बदलाव वक्त की मांग बन चुका था और Kraft Heinz अब उसी दिशा में बड़ा दांव खेल रही है.
क्यों उठाया यह कदम?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का दबाव के चलते अमेरिकी स्वास्थ्य सचिव रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर ने भोजन में बच्चों को देने वाले कृत्रिम रंगों को लेकर कड़ी चेतावनी दी है, और इसे ‘जहरीला’ करार दिया है.
कौन-कौन से ब्रांड प्रभावित होंगे?
90% तक पहले से ही कोई आर्टिफिशियल डाई आग्रह नहीं करती थी, जैसे Heinz टमाटर सॉस और Kraft Mac & Cheese. बदलाव Jell-O, Kool‑Aid, Crystal Light, Jet‑Puffed Marshmallows जैसे ब्रांड्स में दिखाई देगा, जहां रंग-बदलने या पूरी तरह नए प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल किया जा सकता है.
कैसे होगा बदलाव?
Kraft Heinz तीन तरीकों का पालन करेगा:
- जहाँ रंग अनिवार्य नहीं, वहां उन्हें पूरी तरह हटा दिया जाएगा. 2. जहाँ जरूरी है, वहाँ natural dyes (जैसे टरमरिक, बीट, आलू-रंग) का सहारा लिया जाएगा. 3. नए रंगों की खोज की जाएगी, जो स्वाद को बनाए रखते हुए कृत्रिम रंगों की जगह ले सकें.
कंपनी के लिए क्या इसका असर होगा?
नमूना असर शेयर में देखा गया है: इस घोषणा के बाद Kraft Heinz के शेयर लगभग 1% बढ़े, हालांकि साल-दर-साल 15% तक गिरावट रही. लागत बढ़ सकती है, पर स्वास्थ्य जागरूक उपभोक्ता अब इसे सकारात्मक बदलाव मानेंगे. अन्य कंपनियों के लिए दबाव बढ़ेगा, खासकर वे जो औद्योगिक रंगों का इस्तेमाल करती हैं.
कितनी बड़ी है कंपनी?
Kraft Heinz की मौजूदा मार्केट कैप लगभग 30 से 31 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, यानी करीब 2.5 से 2.6 लाख करोड़ रुपये, जो हाल के वर्षों में कुछ गिरावट के बावजूद इसे फूड इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल करती है।