मुंबई,04मई 2025 :भारत ने हाल ही में पाकिस्तान से सभी प्रकार के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसमें सेंधा नमक (हिमालयन पिंक सॉल्ट) का आयात भी शामिल है. यह नमक भारतीय घरों में व्रत, पूजा और आयुर्वेदिक चिकित्सा में व्यापक रूप से उपयोग होता है. भारत, पाकिस्तान से प्रति वर्ष लगभग 2,500 से 3,000 टन सेंधा नमक आयात करता है. 2018-19 में, भारत के कुल सेंधा नमक आयात का लगभग 99% हिस्सा पाकिस्तान से आया था. अब सवाल उठता है कि भारत इस आवश्यक वस्तु की आपूर्ति कैसे सुनिश्चित करेगा. हर घर में रोज इस्तेमाल होने वाला सेंधा नमक अब भारत कहां से मंगाएगा ?
भारत की सेंधा नमक के लिए निर्भरता
हालांकि भारत ने 2019 के बाद से पाकिस्तान से सेंधा नमक का आयात कम किया है, लेकिन अभी भी लगभग 99.7% आयात पाकिस्तान से होता है. घरेलू प्रोसेसिंग यूनिट्स दिल्ली, मुंबई, कोच्चि और हैदराबाद में हैं, जो सीमित मात्रा में मांग को पूरा करती हैं.
इन देशों से मंगाएगा सेंधा नमक
भारत अब ईरान, अफगानिस्तान, तुर्की और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से सेंधा नमक आयात करने पर विचार कर सकता है. इन देशों में भी उच्च गुणवत्ता वाला सेंधा नमक उपलब्ध है. हालांकि, इन स्रोतों से आयात की लागत अधिक हो सकती है.
भारत में राजस्थान, गुजरात और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में सेंधा नमक के भंडार हैं. सरकार इन क्षेत्रों में खनन को बढ़ावा देकर घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित कर सकती है. हालांकि, यह प्रक्रिया समय और निवेश की मांग करती है.
क्या होगा असर?
संभावना है कि सेंधा नमक की कीमतों में थोड़ी वृद्धि हो सकती है, लेकिन दीर्घकालिक समाधान और वैकल्पिक स्रोतों के माध्यम से यह स्थिर हो सकती है. सरकार और उद्योग जगत के सहयोग से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
पाकिस्तान से आयात पर प्रतिबंध के बावजूद, भारत के पास सेंधा नमक की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कई विकल्प हैं. सरकार और उद्योग जगत के सहयोग से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो.