Vedant Samachar

हूती मिसाइल हमले के बाद नेतन्याहू का सख्त संदेश: “हम जवाब देंगे, समय और स्थान हमारा होगा

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यरूशलम,05 मई 2025: इजरायल और यमन के हूती विद्रोहियों के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। रविवार को यमन स्थित हूती समूह ने इजरायल के सबसे व्यस्त बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को निशाना बनाते हुए मिसाइल हमला किया, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर नई चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं। इस हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और ईरान को भी चेतावनी देते हुए कहा है कि अब चुप्पी का समय समाप्त हो चुका है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जारी बयान में स्पष्ट किया गया कि हूती विद्रोहियों के हमले सीधे तौर पर ईरान की रणनीतिक सहमति से हो रहे हैं। पोस्ट में कहा गया, “हम अपने हवाई अड्डों पर हमले का जवाब देंगे न केवल हूती को, बल्कि उनके ईरानी आकाओं को भी, और वह भी हमारे चुने गए समय और स्थान पर।”

हमले में चार लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं और बेन गुरियन हवाई अड्डे पर अफरातफरी मच गई। मिसाइल मुख्य टर्मिनल के पास ड्राइववे को लक्ष्य बना रही थी, जिसे इजरायल और अमेरिका द्वारा तैनात रक्षा प्रणालियों से रोकने की कोशिश की गई, लेकिन सुरक्षा कवच विफल रहा। इस घटना के बाद कई प्रमुख अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों ने अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं, जिससे वैश्विक यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा है।

-गंभीर चेतावनी और जवाबी कार्रवाई का संकेत

नेतन्याहू ने एक वीडियो बयान में कहा, “हमने पहले भी कार्य किया है, और आगे भी करेंगे।” यह बयान इस बात का स्पष्ट संकेत है कि इजरायल अब रक्षात्मक रणनीति से आगे बढ़ते हुए आक्रामक नीति अपनाने की तैयारी में है।

हूती विद्रोहियों ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि यह गाजा में फिलिस्तीनियों के समर्थन में किया गया है। उन्होंने इजरायल को यह भी प्रस्ताव दिया है कि अगर वह गाजा में सैन्य अभियान रोक देता है और मानवीय सहायता की अनुमति देता है, तो हमले रोके जा सकते हैं।

-हमलों में बढ़ रहा क्षेत्रीय तनाव

गौरतलब है कि नवंबर 2023 से हूती समूह ने इजरायल के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं। यह गतिविधियां उस वक्त और बढ़ीं जब अमेरिका ने यमन में हूती ठिकानों पर हवाई हमले शुरू किए। उत्तरी यमन पर नियंत्रण रखने वाला यह समूह अब पूरे क्षेत्र में एक प्रमुख भू-राजनीतिक चुनौती बनता जा रहा है।

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