नई दिल्ली ,10मार्च 2025:चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय खिलाड़ियों का ऑलराउंड खेल दिखा. उनके दमदार प्रदर्शन का ही नतीजा रहा कि भारतीय टीम चैंपियन बनने में कामयाब रही. लेकिन, क्या सिर्फ खिलाड़ियों का प्रदर्शन ही जीत की वजह बना या फिर 12 साल पहले जैसे हालात भी थे, जो विजयी स्क्रिप्ट के पीछे काम कर रहे थे.
चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का भारत का 12 साल लंबा इंतजार खत्म हो गया है. 9 मार्च 2025 की शाम भारत ने दुबई के मैदान पर खेले फाइनल में न्यूजीलैंड को नाको चने चबवाते हुए चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया. ये उसका तीसरा चैंपियंस ट्रॉफी खिताब रहा. वैसे तो भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की वजह पूरी टीम का दमदार परफॉर्मेन्स रहा. लेकिन, भारतीय खिलाड़ियों के खेल के अलावा वो हालात भी उतने ही जिम्मेदार रहे, जो 12 साल पहले भी जीते चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान पनपे थे. सीधे शब्दों में कहें तो भारतीय टीम के 12 साल बाद चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की असली कहानी उन हालातों में ही छिपी है,
2025 में बने 2013 जैसे हालात, टीम इंडिया बनी चैंपियन
अब आप सोच रहे होंगे कि वो हालात क्या हैं, जिसने भारत के चैंपियन बनने में बिग रोल प्ले किया. उसके तार दरअसल एक बड़े संयोग से जुड़े हैं. 2025 में भी ठीक वैसा ही संयोग देखने को मिला जैसा कि 2013 के चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान बनकर तैयार हुआ था. साल 2025 में उस संयोग का नतीजा भी 2013 जैसा रहा. भारत तब भी चैंपियन बना था और अब भी चैंपियंस ट्रॉफी का चैंपियन बना है.
2013 में क्या हुआ था, जो 2025 में देखने मिला
अब वो संयोग क्या है, वो जान लीजिए. साल 2013 के चैंपियंस ट्रॉफी में भारत, 2012 में घरेलू टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड से हारने के बाद उतरा था. चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में उसने इंग्लैंड को हराते हुए खिताब पर कब्जा जमाया.ठीक वैसे ही साल 2025 के चैंपियंस ट्रॉफी में भी भारतीय टीम, 2024 में न्यूजीलैंड से घरेलू टेस्ट सीरीज हारने के बाद उतरी थी. और, हुआ क्या उसने उसी न्यूजीलैंड टीम से फाइनल खेला और उसे हराकर खिताब जीता.
76 रन बने टीम इंडिया की जीत की गारंटी
इसके अलावा भी एक संयोग रहा, जो टीम इंडिया के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की गारंटी बना और इसके तार रो-को यानी रोहित और कोहली से जुड़े दिखे. जैसे विराट कोहली ने T20 वर्ल्ड कप के फाइनल में 76 रन बनाए थे, और भारतीय टीम चैंपियन बनी थी. वैसे ही रोहित शर्मा ने भी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में 76 रन बनाए और भारत चैंपियन बना.