भीषण गर्मी के दौर में बिजली से जुड़ी समस्याएं लोगों की परेशानी बढ़ाने का कारण बनी
कोरबा,09जून 2025(वेदांत समाचार)। भीषण गर्मी के दौर में बिजली से जुड़ी समस्याएं लोगों की परेशानी बढ़ाने का कारण बनी हुई है। सीएसईबी के ग्रामीण संभाग के अंतर्गत करतला, कुदमुरा क्षेत्र के 24 से अधिक गांव की आबादी पिछली रात से ब्लैक आउट की स्थिति में है। राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण में लगी एक कंपनी के वाहन से बिजली खंभा क्षतिग्रस्त होने के कारण ऐसे हालात बने हैं। व्यवस्था कब तक ठीक होगी, यह अभी सुनिश्चित नहीं हो सका है। पिछली रात्रि 10.30 बजे के आसपास हुई घटना के बाद ग्रामीण अंचल में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। हमारे संवाददाता ने बताया कि तौलीपाली-चचिया के बीच मुख्य मार्ग पर दिलीप बिल्डकॉन के एक चालक की लापरवाही से हुई घटना में बिजली पोल क्षतिग्रस्त हो गया। विद्युत टूटकर नीचे लटक गए।
लाइन ट्रिप होने के साथ बाधित हो गई। रात से अब तक लोगों को अंधेरे और गर्मी के बीच बड़ा समय गुजारना पड़ा। बताया गया कि बिजली गुल होने से तौलीपाली, चचिया, लबेद, बरपाली, जिल्गा, समरकना, श्यांग, कलमीटिकरा, बासीन, सासिन, चिर्रा और अन्य गांव प्रभावित हो गए। गांवों की संख्या दो दर्जन के आसपास है जो संबंधित फीडर से सीधे कनेक्ट हैं। उसी हिस्से की लाइन पर यह घटना हुई। लोगों को रात में ही वस्तुस्थिति की जानकारी मिल गई थी। अलग-अलग स्तर से वितरण कंपनी के अधिकारियों तक बात पहुंचाई गई, ताकि कुछ हो। आज दोपहर तक इस मामले में किसी प्रकार की कोशिश नहीं हो सकी। इस वजह से बिना बिजली के न तो घरेलू काम हो पा रहे हैं और न ही व्यवसायिक। लोगों चिंता जताई है कि विद्युत आपूर्ति बहाल जल्द नहीं होती है तो स्थानीय चुनौतियां काफी बढ़ सकती है। जिनके मूल में हाथी समस्या प्रमुख है।
बड़ी संख्या में गजराजों के विचरण से मुश्किलें
वनमंडल कोरबा के अंतर्गत करतला और कुदमुरा रेंज के हिस्से में गजराजों की काफी संख्या मौजूद है। पिछले कुछ दिनों से उसकी मौजूदगी के साथ विचरण की खबरें आ रही है। अपने स्वभाव के अनुरूप गजराजों का समूह न केवल स्थान बदल रहा है बल्कि लगातार आम लोगों और किसानों की चल-अचल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने में भी लगा है। जबकि वन विभाग केवल लोगों को अलर्ट करने तक सीमित है। इस दौर में बिजली गुल होने से खासतौर पर वे इलाके के लोग परेशान हैं जहां हाथियों की आमद बनी हुई है। लोगों का आरोप है कि एक तो हाथी समस्या नियंत्रित नहीं हो रही है और उपर से बिजली से जुड़ी परेशानियां होने पर उसका समाधान शीघ्रता से नहीं किया जाता।