गुरदीप सिंह,कोरबा,30 मई (वेदांत समाचार)। कुसमुंडा में सिख समाज ने गुरु अर्जुन देव जी की शहीदी को समर्पित एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर कुसमुंडा चौक पर ठंडे मीठे पानी की छबील लगाई गई, जहां सुबह से ही सेवादार राहगीरों को शर्बत और चने की सेवा दे रहे थे।
सेवा का उद्देश्य था कि इस गर्मी में कोई भी व्यक्ति प्यासा न रहे। छबील लगाने के पीछे की भावना यह है कि गुरु अर्जुन देव जी ने जो यातना सही थी, वैसी यातना किसी और को न सहनी पड़े। गुरु जी को गर्म लोहे की कढ़ाई में बैठाकर गर्म रेत डलवाई गई थी और उन्हें पानी की एक बूंद तक के लिए तरसाया गया था।

कुसमुंडा गुरुद्वारा में सुबह से शबद कीर्तन के बाद लोगों ने छबील लगाई। इसके अलावा चौक-चौराहों और सार्वजनिक स्थानों पर भी सिख समाज ने ठंडे मीठे पानी की सेवा की। सेवादारों ने राहगीरों को शर्बत पिलाकर चिलचिलाती धूप में ठंडक का एहसास कराया।
मीठा पानी और शर्बत ठंडक का प्रतीक है, जिससे यह संदेश दिया जा सके कि कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को प्यासा न रखे। गुरु अर्जुन देव जी की सहनशीलता और बलिदान को याद करते हुए, सिख समाज ने इस विशेष दिन पर सेवा और परोपकार का संदेश दिया।