कोरबा,18 अप्रैल 2025(वेदांत समाचार): गुमिया में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में श्री कृष्ण और रूखमणी के विवाह के प्रसंग पर श्रोता झूम उठे। 12 अप्रैल से प्रारंभ हुई इस कथा का समापन 20 अप्रैल को हवन सहस्रधारा के साथ होगा।
कथा वाचक पंडित राम कुमार दुबे श्रोताओं को श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करा रहे हैं। छठे दिन श्री कृष्ण और रुक्मणि का विवाह बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। विवाह उत्सव के दौरान प्रस्तुत किए गए भजनों पर श्रद्धालु अपने आप को रोक नहीं पाए और जमकर नाचे।
कथा व्यास पंडित रामकुमार दुबे ने कहा कि रुक्मणि भगवान की माया के समान थीं। रुक्मिणी ने मन ही मन यह निश्चित कर लिया था कि भगवान श्री कृष्ण ही मेरे लिए योग्य पति हैं। लेकिन रुक्मिणी का भाई रूकमी श्रीकृष्ण से द्वेष रखता था, जिससे उसने उस विवाह को रोककर शिशुपाल को रुक्मिणी का पति बनाने का निश्चय किया।
श्री कृष्ण और रुक्मणी की झांकी ने सबका मन मोह लिया। कथा प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से प्रारंभ होती है। कथा श्रवण करने गांव सहित दूर-दूर से श्रोता पहुंचकर भागवत कथा का रसपान कर रहे हैं।
इस कथा के मुख्य यजमान धनश्याम साहू, जमुना साहू, ओम प्रकाश साहू, रूक्मणी साहू, रमेश, प्रेमचन्द और प्रशांत हैं।