कोरबा,25 अप्रैल (वेदांत समाचार)। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने एसईसीएल के सी.एम.डी. हरीश दुहन को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि एसईसीएल मानिकपुर कोरबा प्रबंधन ने भिलाई खुर्द गांव को गोद लेकर आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने के अपने वायदे से मुकर गया है। जयसिंह अग्रवाल ने पत्र में कहा है कि वर्ष 2012-13 में एसईसीएल मानिकपुर कोरबा प्रबंधन द्वारा मानिकपुर खदान विस्तार की योजना बनाई गई थी, जिसमें कचंदी नाला का प्रवाह मार्ग सबसे बड़ी बाधा साबित हो रही थी। इसके समाधान के लिए नाला का मार्ग परिवर्तित करने का निर्णय लिया गया था।
वायदा खिलाफी का आरोप
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया है कि एसईसीएल प्रबंधन ने भिलाई खुर्द गांव को गोद लेकर आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने का वायदा किया था, लेकिन आज तक इस दिशा में कोई कार्य नहीं किया गया। गांव के निवासी पानी की अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए गांव से दूर प्रवाहित हो रही हसदेव नदी पर आश्रित हैं।
पत्र में उठाए गए मुद्दे
- कचंदी नाला का प्रवाह मार्ग परिवर्तित करने से ग्रामवासियों की सुविधाओं में कमी आई है।
- एसईसीएल प्रबंधन ने गांव में एक विशाल तालाब का निर्माण कराने और खदान से निकलने वाले पानी के जरिए जलापूर्ति सुनिश्चित करने की बात कही थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
- फिलिंग के नाम पर केवल फ्लाई ऐश का उपयोग किया जा रहा है, जिससे ग्रामवासी फ्लाई ऐश का दंश झेलने मजबूर हैं।
आगे की कार्रवाई
पूर्व मंत्री ने एसईसीएल सी.एम.डी. से अनुरोध किया है कि वह संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करें ताकि ग्रामवासियों की समस्याओं का समाधान किया जा सके।