जांजगीर चांपा जिला अस्पताल के रिकॉर्ड रूम में शनिवार रात अचानक आग गई। भर्ती मरीजों के परिजनों ने आग की लपटें देखकर तुरंत अस्पताल स्टाफ को सूचित किया। रात तीन बजे पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची।
दमकल कर्मियों को सिविल सर्जन कार्यालय के कक्ष क्रमांक 3 और 4 में लगी आग पर काबू पाने के लिए पीछे का शटर तोड़ना पड़ा। अस्पताल के इलेक्ट्रिशियन ने शॉर्ट सर्किट की संभावना से इनकार किया। उनका कहना है कि हाल ही में अस्पताल में नई वायरिंग की गई है।

शटर तोड़कर आग बुझाई गई
विवादों में घिरा अस्पताल
यह घटना अस्पताल प्रशासन के लिए नई मुसीबत बन गई है। कुछ दिन पहले ही सिविल सर्जन दीपक जायसवाल के कार्यकाल को लेकर विवाद हुआ था। विधायक ब्यास कश्यप ने अस्पताल में करोड़ों की अनियमित खरीदी और कर्मचारी नियुक्तियों में गड़बड़ी का आरोप लगाया था।

अंदर आग लगी थी, खिड़की से धुएं की लपटे बाहर आ रही थी
घटना की होगी जांच
रिकॉर्ड रूम आमतौर पर बंद रहता है और सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में है। विशेषज्ञों का मानना है कि सीसीटीवी फुटेज से घटना का सच सामने आ सकता है। अभी तक कोई जिम्मेदार अधिकारी इस मामले पर स्पष्टीकरण नहीं दे पाया है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी घेरे में हैं।